शाहजहांपुर: नाबालिग लड़की से बलात्कार के मामले में उम्र कैद की सजा पाए स्वयंभू बाबा आसाराम के आश्रम में फिर से भजन-कीर्तन और अन्य गतिविधियां बढ़ने से घबराए पीड़िता के परिवार ने अपनी सुरक्षा के लिए गम्भीर खतरे की आशंका जाहिर की है। पीड़िता के पिता ने बताया कि बलात्कार मामले में गत 25 अप्रैल को आसाराम के खिलाफ जोधपुर की अदालत के फैसले के बाद यहां उसके आश्रम में भक्तों की गतिविधियां बढ़ गई हैं। पीड़िता के रिश्तेदारों को अदालत में मामले में पैरवी ना करने को लेकर धमकी भी दी जा रही है। पिछली 26 अप्रैल को रोहतक में रहने वाले उनके एक करीबी रिश्तेदार को ऐसी धमकी दी गई थी।
उन्होंने बताया कि आसाराम को सजा होने के बाद शहर के पास रुद्रपुर में स्थित आश्रम में उसके भक्तों की गतिविधियां बढ़ गई हैं। वहां काफी समय के बाद सत्संग एक बार फिर शुरू हो गया है। ऐसे में उनके परिवार की सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। पीड़िता के पिता का कहना है कि 3 वर्ष पूर्व उन्होंने आश्रम में चल रही गतिविधियों से परिवार को खतरा उत्पन्न होने के बाबत एक प्रार्थनापत्र दिया था। जिसके जवाब में जिलाधिकारी ने पत्र भेजकर उन्हें आश्वस्त किया था कि आश्रम में कोई सत्संग या अन्य गतिविधियां नहीं होने दी जाएंगी।
इसी बीच, रुद्रपुर स्थित आसाराम के आश्रम के सेवादार दर्शन ने बताया कि ‘बापू’ की रिहाई के लिए रोजाना हवन के साथ-साथ माला का जाप भी किया जा रहा है। अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि आश्रम तथा पीड़िता के घर पर पर्याप्त पुलिस सुरक्षा है जिसकी वह समय-समय पर समीक्षा भी कर रहे हैं। आश्रम में गतिविधियां बढ़ रही है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि शाहजहांपुर की एक नाबालिग लड़की से जोधपुर स्थित आश्रम में रेप करने के जुर्म में आसाराम को गत 25 अप्रैल को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी।