मुंबई: यूपी एटीएस ने धर्मांतरण मामले में नासिक से एक और गिरफ़्तारी की है। आरोपी कुणाल नाम से यहां पर रहता था, जिसका असली नाम आतिफ है। बताया जा रहा है कि विदेशों से करोड़ों रूपये इसके बैंक अकाउंट में धर्मांतरण कराने के लिए आए थे। अवैध धर्मांतरण का देशव्यापी सिंडिकेट चलाने व धर्मांतरण हेतु विदेशों से हवाला के जरिए फंडिंग लेने के आरोप में एटीएस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अब तक गिरफ्तार अभियुक्तों के खाते में ₹20 करोड़ की राशि का आना प्रमाणित हुआ है जिसका ब्यौरा आरोपी नहीं दे पाए हैं।
एटीएस की पूछताछ में मौलाना कलीम सिद्दीकी ने बताया है कि जब हम किसी का धर्म परिवर्तन कराकर किसी को मुसलमान बनाने की जानकारी अपने विदेशी आकाओं को देते हैं तो इनाम स्वरूप हमें अतिरिक्त धन मिलता है, जिससे मुझे काफी आर्थिक लाभ हुआ है।
मोहम्मद सलीम पिछले 17 साल से कलीम सिद्दीकी के साथ धर्मांतरण के काम में लगा हुआ है। कुणाल चौधरी उर्फ आतिफ 2 साल से कलीम सिद्दीकी के साथ धर्मांतरण गैंग में जुड़ा हुआ है और रूस से डॉक्टरी की पढ़ाई की थी,और इसी दौरान धर्म परिवर्तन किया।
एटीएस जांच टीम के मुताबिक कुणाल चौधरी उर्फ आतिफ रूस से मेडिकल पढ़ाई करने के बाद भी भारत में मेडिकल की प्रैक्टिस करने के लिए जरूरी एमसीआई की परीक्षा पास नहीं कर सका और नासिक में अवैध रूप से प्रैक्टिस करने लगा और मरीजों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने लगा।
वहीं एक और अभियुक्त इदरीश कुरैशी ने मुजफ्फरनगर में 60 लाख का मकान बनवाया है और 2.5 लाख की बाइक खरीदी है। इदरीस की मुजफ्फरनगर और दिल्ली में और भी सम्पत्ति हैं। फिलहाला एटीएस की टीम पूरे मामले की जांच में जुटी है।
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