नई दिल्ली। उत्तराखंड के चमोली ग्लेशियर फटने से हुए हादसे पर अमेरिका ने भी दुख प्रकट किया है। अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट की ओर से कहा गया कि भारत में ग्लेशियर के फटने और भूस्खलन के चलते मारे गए लोगों के प्रति हम गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। इस दुख की घड़ी में हमारी दुआएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं और हम घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं।
उधर फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी उत्तराखंड के चमोली जिले के ऋषिगंगा घाटी में ग्लेशियर टूटने से मची तबाही को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने के बाद फ्रांस पूरी तरह से भारत के साथ एकजुट है, जिसमें 100 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। हमारी संवेदना उनके और उनके परिवारवालों के साथ है।
पीएम मोदी लगातार बनाए हुए हैं नजर
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री ने फोन कर तपोवन आपदा के बारे में जानकारी लेते हुए सभी ज़रूरी मदद का आश्वासन दिया। राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र ने बताया कि आज उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना में 7 लोगों की मौत हुई है, 6 लोग घायल और लगभग 170 लोग लापता हैं। उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना पर IG NDRF ने बताया कि विभिन्न एंजेसियां काम कर रही हैं। हम कोशिश कर रहे हैं कि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके। जो लोग सुरंग के बाहर फंसे थे उन्हें ITBP द्वारा सुरक्षित निकाला गया है। जो लोग सुरंग के अंदर फंसे हैं उन्हें बचाने का कार्य जारी है।
अबतक 10 लोगों की मौत
उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में एक ग्लेशियर के टूटने से 100 से 150 लोग लापता हो गए, जबकि हादसे में अबतक 10 लोगों की मौत हुआ है। इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बाढ़ आई। घटना के बाद, श्रीनगर, हरिद्वार और ऋषिकेश के लिए बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी स्थिति का जायजा लिया है और अधिकारियों से जरूरतमंद लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करने को कहा है। राज्य की प्रमुख बिजली एनटीपीसी की एक निर्माणाधीन जल विद्युत परियोजना का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। कंपनी ने कहा है कि वह जिला प्रशासन और पुलिस के साथ लगातार स्थिति की निगरानी कर रही है।
वायुसेना ने संभाली कमान, 16 लोगों को बचाया गया
चमोली की नीति घाटी में आये एवलांच के बाद लगातार सर्च एंड रेस्क्यू कार्य रात होने की वजह से फिलहाल रोक दिया गया है। एसएसबी ग्वालदम की टीम ने कर्णप्रयाग क्षेत्र से दो शव बरामद किए हैं। कर्णप्रयाग में पानी का स्तर 2 मीटर बढ़ गया है। उत्तराखंड चमोली ग्लेशियर आपदा के रेस्क्यू ऑपरेश को लेकर भारतीय वायुसेना के पीआरओ ने बताया कि कल (8 फरवरी) सुबह 6.45 बजे देहरादून से टीम को आगे भेजा जाएगा। 20 टन सामान के साथ रेस्क्यू टीम देहरादून पहुंच चुकी है। रेस्क्यू ऑपरेशन में 1 सी-17 और 2 सी-130 हरक्यूलिस विमान, 4 एन-32, 3 एमआई-17 हेलीकॉप्टर, 1 चुनूक हेलीकॉप्टर को देहरादून में तैनात किया गया है। मार्कोस की टीम को शाम 6 बजे एयरलिफ्ट कर देहरादून भेजा गया है। ITBP के जवानों ने तपोवन सुरंग में फंसे 16 लोगों को बचा लिया है।