नई दिल्ली: UPSC ने साल 2017 के रिजल्ट का ऐलान कर दिया है। देश की इस सबसे कठिन परीक्षा में टॉप किया है हैदराबाद के अनुदीप ने जबकि हरियाणा की होनहार बेटी अनु कुमारी दूसरे नंबर पर रही हैं। सेकेंड अटैम्पट में IRS बन चुके अनुदीप ने पांचवीं और आखिरी कोशिश में एक्जाम टॉप किया जबकि अनु कुमारी ने डेढ़ लाख रुपये महीने की नौकरी छोड़कर UPSC की तैयारी की और कामयाबी हासिल की।
अनुदीप इस वक्त इंडियन रेवेन्यू सर्विस के अधिकारी हैं और असिस्टेंट कमिश्नर के पोस्ट पर हैं लेकिन अब वो IAS होंगे। बिट्स पिलानी से बीटेक करने के दौरान अनुदीप को सिविल सर्विस में दिलचस्पी पैदा हुई। पहली कोशिश में कामयाबी नहीं मिली तो हैदराबाद में गूगल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी की लेकिन सिविल सर्विस की तैयारी जारी रखी।
2013 में दूसरी बार UPSC का एक्जाम दिया और IRS में सेलेक्शन हुआ लेकिन IAS बनने की कोशिश जारी रही। दो बार और एक्जाम दिया लेकिन सेलेक्शन नहीं हुआ। आखिरकार पांचवीं और आखिरी कोशिश में उन्हें कामयाबी मिली और सीधे टॉपर बनके ही दम लिया। अनुदीप मूल रूप से तेलंगाना के जगित्याल जिले के रहने वाले हैं। इनके पिता दुरिशेट्टी मनोहर अडिशनल असिस्टेंट इंजीनियर हैं, जबकि मां दुरिशेट्टी ज्योति हाउस वाइफ हैं।
UPSC एक्जाम में सेकेंड रैंकिंग लाने वाली हरियाणा की अनु कुमारी का सफर तो और भी दिलचस्प है। दिल्ली यूनिवर्सिटी में फिजिक्स से ऑनर्स करने वाली अनु कुमारी ने आईएमटी नागपुर से एमबीए किया। शादी के बाद नौ साल तक उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में नौकरी की। डेढ़ साल पहले जब उन्होंने नौकरी छोड़ी तो डेढ़ लाख रुपये महीना सैलरी ले रहीं थी लेकिन सिविल सर्विस के एक्जाम पर ध्यान देने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी।
यही नहीं करीब डेढ़ साल तक वो अपने बेटे से दूर रहीं। हालांकि उन्होंने एक बार पहले भी UPSC का एक्जाम दिया था लेकिन तब उन्होंने महज डेढ़ महीने पढ़ाई की और एक्सीपियरेंस लेने के लिए एक्जाम में बैठी। इस बार तैयारी की और सेकेंड रैंकिंग हासिल की। अनु ने बताया कि मेरी नौकरी अच्छी थी लेकिन मुझे अंदर से कोई संतुष्टी नहीं मिल रही थी। सब कुछ मैकेनिकल हो गया था। मैं समाज के लिए कुछ करना चाहती थी इसलिए मैंने नौकरी छोड़ने की सोची।
UPSC के एक्जाम को देश की सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। कई लोग सालों साल पढ़ाई और कोचिंग के बाद भी इस एक्जाम को क्रेक नहीं कर पाते लेकिन अनुदीप ने नौकरी करते हुए और अनु कुमारी ने शादी, परिवार और बच्चे की जिम्मेदारी संभालते हुए भी जिस तरह इस परीक्षा में कामयाबी हासिल की है वो दूसरे के लिए एक मिसाल है।