नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र के दौरान भीड की हिंसा के मुद्दे पर कांग्रेस ने लोकसभा में हंगामा किया। कांग्रेस के कई सासंदों ने लोकसभा स्पीकर और संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार पर कागज उछाले। विपक्षी सांसदों के कागज उछालने के बाद संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि ये हरकत शर्मनाक है। बावजूद इसके कांग्रेस सांसद लगातार हंगामा करते रहे। इस दौरान राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी मौजूद रहे। कांग्रेस सांसदों के इस बर्ताव पर स्पीकर सुमित्रा महाजन नाराज हो गई। उन्होंने कहा कि देखना चाहती हूं कि सांसद कितनी अनुशासनहीनता कर सकते हैं, देश भी इनके बर्ताव को देख रहा है।
सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सदस्य आसन के समक्ष आकर गो रक्षा के नाम पर हमलों एवं कथित हत्याओं पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार से आवश्यक कदम उठाने की मांग करने लगे । कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह राष्ट्रीय महत्व का विषय है । उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। लोकसभा अध्यक्ष ने इन सदस्यों से अपने स्थानों पर जाने और शून्यकाल में उन्हें अपने मुद्दे उठाने की अनुमति दिए जाने की बात कही और हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल की कार्यवाही संचालित की।
उन्होंने कहा कि सदन को संचालित करने के नियम सभी ने मिल कर बनाए हैं और सभी सदस्यों का दायित्व है कि वे इन नियमों का पालन करें। उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि मुद्दे को उठाने का यह कोई तरीका नहीं है और वह प्रश्नकाल स्थगित कर उन्हें यह मुद्दा उठाने की अनुमति कतई नहीं देंगी लेकिन शून्यकाल में जरूर वह ऐसा करेंगी।
हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल चला और कई मंत्र्ाियों ने अपने विभागों से संबंधित सदस्यों द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दिया । हालांकि हंगामे के बीच मंत्र्ाियों के जवाब ठीक से नहीं सुने जा सके।