नई दिल्ली: अफगानिस्तान से अफगान सिखों और हिंदुओं को भारत लाये जाने के बाद केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के महत्व को रेखांकित किया और कानून का विरोध करने वालों पर निशाना साधा। पुरी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 228 भारतीय नागरिकों समेत 626 लोगों को अब तक अफगानिस्तान से निकालकर लाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से 77 अफगान सिखों को लाया गया है।
पुरी ने किसी का नाम लिये बिना संवाददाताओं से कहा, ‘‘सीएए को लागू करने का विरोध कर रहे लोग आज इसकी कट ऑफ तारीख को 2014 से बढ़ाकर 2021 करने की मांग कर रहे हैं।’’ इससे पहले, आज दिन में अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया था कि सीएए में संशोधन कर इसके दायरे में अफगानिस्तान के सिखों और हिंदुओं को लाया जाए, जिन्होंने भारत में शरण ली है।
अकाली दल नेता ने शाह को लिखे पत्र के साथ ट्वीट किया, ‘‘अमित शाह जी और भारत सरकार से सीएए में आवश्यक संशोधन करके इसमें अफगानिस्तान के सिखों और हिंदुओं को शामिल करने का अनुरोध करते हैं जिन्होंने 2020 और 2021 में भारत में शरण ली है।’’ इससे पहले पुरी और केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने काबुल से एअर इंडिया की विशेष उड़ान से ताजिकिस्तान के दुशाम्बे के रास्ते भारत पहुंचे 44 अफगान सिखों की अगवानी की तथा गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां प्राप्त कीं।
पुरी ने कहा, ‘‘आज तीन गुरु ग्रंथ साहिब स्वरूप लाये गये। यह व्यक्तिगत रूप से सिख होने के नाते भावनात्मक अनुभव था। जिन सेवादारों को भारत लाया गया है, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत माता का शुक्रिया अदा किया है।’’