नयी दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने हज सब्सिडी के 'छल' को 'ईमानदारी के बल' से खत्म किया है। हज कोर्डिनेटर, हज असिस्टेंट आदि के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करने के दौरान नकवी ने कहा कि हमारी ईमानदार-पारदर्शी व्यवस्था का नतीजा है कि सब्सिडी खत्म होने के बाद भी हज यात्रियों पर गैर जरुरी बोझ नहीं पड़ने पाया और देश के इतिहास में सबसे ज्यादा भारतीय मुसलमान इस वर्ष हज यात्रा पर जायेंगे।
उन्होंने कहा कि हज यात्रियों की सुरक्षा एवं बेहतर सुविधा सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रभावी कदम उठाये हैं और इस विषय पर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंत्री ने कहा कि हज 2019 पर जाने वाले हज यात्रियों की सहायता के लिए 620 हज कोर्डिनेटर, असिस्टेंट हज अफसर, हज असिस्टेंट, डॉक्टर, पारा-मेडिक आदि की सऊदी अरब में नियुक्ति की गई है जिसमे बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं।
ये भी पढ़ें : Bank करें परेशान तो ऐसे करें तुरंत शिकायत, RBI ने लॉन्च की एप्लीकेशन
नकवी ने कहा कि देश भर के 21 हवाई अड्डों से 500 से ज्यादा उड़ानों के जरिये रिकॉर्ड दो लाख भारतीय मुसलमान बिना किसी सब्सिडी के इस वर्ष हज पर जायेंगे। इन हज यात्रियों में एक लाख 40 हजार हज यात्री भारतीय हज कमेटी और 60 हजार 'हज यात्री हज ग्रुप ऑर्गनाइजर' (एचजीओ) के जरिये हज पर जायेंगे। हज समूह आयोजकों को भी 10 हजार हज यात्रियों को हज कमिटी ऑफ इंडिया के निर्धारित पैकेज पर ही ले जाना होगा।
यह भी पढ़ें : सड़क पर वाहन चलने से पहले ये नए Traffic rules जान लें, किस गलती पर कितना देना पड़ेगा जुर्माना
मंत्री ने कहा कि इस वर्ष बिना मेहरम (पुरुष रिश्तेदार) के हज यात्रा पर जाने वाली महिलाओं की संख्या पिछले वर्ष के मुकाबले दोगुनी होगी। इस वर्ष 2340 महिलाएं बिना मेहरम के हज पर जा रही हैं जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 1180 थी। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब द्वारा भारत का हज कोटा दो लाख किये जाने का नतीजा है कि आजादी के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, बिहार सहित देश के सभी बड़े प्रमुख राज्यों से सभी हज आवेदक हज 2019 पर जा रहे हैं।