विश्व मंच पर भारत का रुतबा और बढ़ गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)के एक्जिक्यूटिव बोर्ड के चेयरमैन पद की जिम्मेदारी संभाल ली है। अब हर्षवर्धन ये तय करेंगे कि दुनिया के हर हिस्से में लोगों को सही इलाज मिल रहा है या नहीं। उन्होंने जापान के डॉ. हिरोकी नकतानी की जगह ली है। डॉ. हर्षवर्धन विश्व स्वास्थ्य संगठन के एग्जीक्यूटिव बोर्ड के अगले चेयरमैन होंगे। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एग्जीक्यूटिव बोर्ड में 34 मेंबर होते हैं। 194 देशों की वर्ल्ड हेल्थ असेंबली में डॉक्टर हर्षवर्धन को निर्विरोध चुना गया।
पद संभालते हुए उन्होंने कहा कि मैं इस बात से अवगत हूं कि मैं वैश्विक संकट के वक़्त इस ऑफिस में दाखिल हो रहा हूं। ये सभी चुनौतियां एक साझी प्रतिक्रिया की मांग करती हैं क्योंकि ये साझी चुनौतियां हैं जो साझी ज़िम्मेदारी से काम करने की मांग करती हैं।
हर्षवर्धन ने कहा कि भारत ने कोरोना वायरस का सामना बड़े पैमाने पर और दृढ़ संकल्प के साथ एक सक्रिय तरीके से किया है। आज हमारी मृत्यु दर केवल 3 प्रतिशत है। 1 अरब 35 करोड़ की जनसंख्या वाले देश में अभी तक 0.1 मिलियन मामले ही सामने आए हैं। भारत में रिकवरी रेड भी 40 प्रतिशत का है और यहां हर 13 दिनों में कोरोना के मामले दो गुने हो रहे हैं।