नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को राम जन्मभूमि न्यास की तरफ से 4 अगस्त को अयोध्या पहुंचने का न्योता दिया गया है। उमा भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि मुझे अभी अयोध्या जी के राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि मैं 4 अगस्त की शाम तक अयोध्या जी पहुंच जाऊं एवं उनके निर्देश के अनुसार मुझे 6 अगस्त तक अयोध्या जी में ही रहना होगा।
राम मंदिर भूमि पूजन: संगम, श्रृंगवेरपुर सहित 41 स्थानों से मिट्टी और जल अयोध्या के लिए रवाना
अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए संगम, श्रृंगवेरपुर, दुर्वासा आश्रम, सीतामढ़ी सहित 41 स्थानों से मिट्टी और जल एकत्र करके विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार और धर्माचार्य प्रमुख शंभू शुक्रवार को अयोध्या के लिए रवाना हुए। यह जानकारी देते हुए विहिप के मीडिया प्रभारी अश्वनी मिश्र ने बताया कि जहां-जहां प्रभु श्री राम के पग पड़े हैं, ऐसे पूज्य स्थलों की मिट्टी और जल का अयोध्या में भूमिपूजन में उपयोग होकर वे सभी इतिहास का हिस्सा बनेंगे।
उन्होंने बताया कि अयोध्या के लिए कुछ कार्यकर्ता भी साथ गए जिन्हें वहां पूज्य संतों की व्यवस्था में लगाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन प्रस्तावित है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश के कई उद्योगपतियों के शामिल होने का कार्यक्रम है।
महाकाल मंदिर की मिट्टी, भस्म एवं क्षिप्रा का जल भेजा गया है राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए
अयोध्या में पांच अगस्त को होने वाले राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित प्रसिद्ध महाकाल मंदिर की मिट्टी एवं भस्म के साथ-साथ क्षिप्रा नदी का पवित्र जल भेजा गया है। विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री महेश तिवारी एवं प्रांतीय संगठन मंत्री नंददास जी ने बताया, ‘‘अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए उज्जैन से विश्व हिंदू परिषद द्वारा महाकाल वन की मिट्टी, पवित्र क्षिप्रा नदी का जल और महाकाल की विशेष भस्म को महाकाल मंदिर परिषद के महंत विनीत गिरि के तत्वाधान में विधिवत पूजन अर्चन करके आज यहां से अयोध्या भेजा गया है।’’
उन्होंने कहा कि देश भर की पवित्र नदियों का जल और तीर्थस्थानों से मिट्टी राम मंदिर निर्माण हेतु भेजी जा रही है। इसलिए उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर पर भोलेनाथ को चढ़ने वाली भस्म, क्षिप्रा नदी का पवित्र जल और महाकाल वन की माटी भी हमने इस पवित्र और महान कार्य के लिए अयोध्या भेजी है।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण हमारे लिए अपार ख़ुशी के पल है। पांच अगस्त को भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन समारोह होगा और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की उम्मीद है।