नई दिल्ली: सियासी पार्टियों के नेताओं और समर्थकों के साथ-साथ साधु-संतों के जमावड़े ने अयोध्या की फिजा को बदल दिया है। राम मंदिर की मांग पर महाराष्ट्र समेत पूरे देश से रामभक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं। आज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी अयोध्या पहुंचे। उनसे पहले उनके समर्थक ट्रेनों में भर-भरकर अयोध्या पहुंच चुके हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आज 1.30 बजे अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने क़रीब 1000 साधु-संतों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि वो यहां राजनीति करने नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार राम मंदिर पर कानून बनाए और राम मंदिर के निर्माण की तारीख बताए। ठाकरे ने करीब 15 हज़ार शिवसैनिकों के साथ सरयू किनारे महाआरती में हिस्सा लिया। इसके बाद 25 नवंबर को उद्धव रामलला के दर्शन भी करेंगे।
वहीं शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने यह कहकर माहौल और गर्मा दिया है कि जब बाबरी मस्जिद को 17 मिनट में ढहाया जा सकता है, तो फिर मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने में इतनी देरी क्यों हो रही है। शिवसेना नेता यहां बीते कुछ दिनों से अपने पार्टी नेताओं और दो विशेष ट्रेनों से अयोध्या आए सैकड़ों शिवसेना समर्थकों के साथ डेरा डाले हुए हैं।
Uddhav Thackeray in Ayodhya Live updates
-सरयू किनारे आरती में शामिल हुए उद्धव ठाकरे, पत्नी और बेटे आदित्य ठाकरे भी आरती में शामिल
-सरयू आरती में शामिल होने पहुंचे उद्धव ठाकरे
-जरूरत पड़े तो, अयोध्या में सेना बुलाई जानी चाहिए : अखिलेश
-आज का दिन मेरे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है-उद्धव ठाकरे
-मिलकर बनाएंगे राम मंदिर-उद्धव ठाकरे
- कब बनेगा राम मंदिर, मुझे वो तारीख बताए सरकार-उद्धव ठाकरे
-राम मंदिर पर कानून बनाए सरकार-उद्धव ठाकरे
-मैं राजनीति करने नहीं आया-उद्धव ठाकरे
- शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे लक्ष्मण किला पहुंचे, संत आशीर्वाद समारोह में शामिल होंगे
-उद्धव ठाकरे लक्ष्मण किला के लिए रवाना, राम मंदिर को लेकर कल होगा बड़ा कार्यक्रम
-राम मंदिर पर योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा, लोगों के सब्र का बांध अब टूट चुका है, सरकार को राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाना चाहिए नहीं तो लोग खुद ही राम मंदिर का निर्माण शुरू कर देंगे
-अयोध्या पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, करेंगे साधु-संतों से मुलाकात
-राम जन्मभूमि, रामलला विराजमान के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास का कहना है कि इस आयोजन का कोई महत्व नहीं है, यह आयोजन जो यहां कर रहे हैं, दिल्ली में करना चाहिए
-यूपी के कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने कहा, 'मुख्यमंत्री तो चुनाव प्रचार कर रहे हैं, जबकि यहां फैजाबाद (अयोध्या) में धारा 144 लगी है। जिस तरह से यहां भीड़ इकट्ठा हो रही है ऐसे में अगर कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की होगी। इससे पहले राजभर ने अखिलेश के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि चूंकि अयोध्या में धारा-144 लगी है लेकिन फिर लोग वहां इकट्ठा हो रहे हैं तो साफ है कि प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। इसीलिए सेना को ही बुलाया जाना चाहिए।
-नाकामियों को छुपाने के लिए भाजपा ने उठाया राम मंदिर का मुद्दाः मायावती
-शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुंबई स्थित अपने घर मातोश्री से रामनगरी अयोध्या के लिए रवाना
-'हर हिंदू की यही पुकार पहले मंदिर फिर सरकार' का नारा लगाते सैकड़ों की संख्या में अयोध्या पहुंचे शिव सैनिक। 25 नवंबर को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की धर्म सभा है
-अयोध्या और फैजाबाद में धारा 144 लागू
-अयोध्या में आज शिवसेना और विहिप के कार्यक्रमों के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ा दी गई
शिवसेना और वीएचपी के शक्ति प्रदर्शन को देखते हुए अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। माहौल में बढ़ती गर्मी पर यूपी सरकार चौकन्नी है। कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए सुरक्षा जबरदस्त हैं। हर सड़क, हर चौराहे पर पुलिस है, बैरिकेटिंग है। ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है। आसपास के जिलों से भी पुलिस बुला ली गई है।
सरकार के सूत्रों ने कहा कि स्थानीय खुफिया इकाईयों को अलर्ट पर रखा गया है और शिवसेना प्रमुख के यहां आने से पहले अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। इस मामले में, योगी आदित्यनाथ सरकार फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही है। एक तरफ, सरकार ने कहा है कि 'राम भक्त' अयोध्या में एकत्रित हो सकते हैं और धार्मिक रीति रिवाज कर सकते हैं, दूसरी तरफ सरकार ने पुलिस और जिला प्रशासन से अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है।