कोयंबटूर: यहां स्थित तीन मंदिरों के सामने शनिवार को जलते हुए टायर पाए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और कट्टरपंथी हिंदूवादी संगठनों ने दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस ने यह जानकारी दी। समाज सुधारक ई.वी.रामासामी ‘पेरियार’ की प्रतिमा पर भगवा रंग पोते जाने के एक दिन बाद यह घटना घटी है।
स्थानीय लोगों की शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला जिसमें आज सुबह पास के गैराज के बाहर पड़े एक टायर को ले जाकर उसे मकालीअम्मन मंदिर के सामने जलाते हुए एक व्यक्ति को देखा गया। पुलिस ने कहा कि व्यक्ति ने वहां एक तख्ते और बल्ब को तोड़ दिया और जलते हुए टायर के धुएं से मंदिर के सामने लगा एक त्रिशूल काला पड़ गया।
खबर मिलते ही भाजपा, हिंदू मुन्नानी, विश्व हिंदू परिषद और अन्य कट्टरपंथी हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता क्षेत्र में जमा हो गए और दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। संगठनों ने 24 घंटे के भीतर आरोपियों के नहीं पकड़े जाने पर आंदोलन की धमकी दी है। क्षेत्र में किसी अप्रिय घटना की आशंका से भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
तमिलनाडु भाजपा की उपाध्यक्ष वनती श्रीनिवासन ने शहर के पुलिस आयुक्त से शरारती तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई करने का आग्रह किया। एक ट्वीट में उन्होंने आरोप लगाया कि मंदिर के बाहर रखे त्रिशूल को क्षतिग्रस्त किया गया। पुलिस ने कहा कि दूसरी घटना में रेलवे स्टेशन के समीप विनायकर मंदिर के सामने एक जलता हुआ टायर पाया गया।
पुलिस के अनुसार तीसरी घटना नेल्लमपलायम क्षेत्र में हुई जहां सेल्वाविनायकर मंदिर के सामने जलता हुआ टायर मिला। भाजपा सूत्रों ने बताया कि यहां टाउन हॉल में संगामेशर मंदिर के निकट एक मंदिर के सामने केरोसिन में डुबायो हुआ और जलता हुआ कपड़ा मिला है।
भाजपा के कोयंबटूर के जिला अध्यक्ष आर.नंदकुमार ने आरोप लगाया कि पुलिस बीते कुछ वर्षों में आरएसएस समेत हिंदू संगठन के नेताओं पर हमलों के जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पुलिस उपायुक्त जी.स्टालिन ने कहा कि मंदिरों के सामने टायर जलाने की घटनाओं के जिम्मेदार लोगों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।