बिहार में पिछले 24 घंटों में बिजली गिरने और तूफ़ान की घटनाओं में कम से कम 41 लोगों की की मौत हो गई। बिजली गिरने घटनाएं वैशाली, पटना, भोजपुर, सारण, रोहतास, नालंदा और अररिया जिले में हुई हैं जहां 26 लोगों की जानें गईं जबकि मंगलवार की सुबह आई आंधी में 15 लोगों की जान चली गई. आंधी का असर पटना समेत कई जिलों में रहा। लगभग 80 से 100 किलोमीटर के रफ्तार से चली आंधी और बारिश ने बिहार के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में तबाही मचा कर रख दी। सुबह 5 बज कर 43 मिनट से तूफान का दौर शुरू हुआ और कुछ मिनट में ही 15 लोगों को मौत को नींद सुला गया।
बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के मुताबिक बिहार के विभिन्न जिलों में 15 लोगों की मौत बिजली एवं पेड़ या दीवार गिरने से हुई है।
जानकारी के मुताबिक पटना, नालंदा पूर्णिया दरभंगा सुपौल अररिया मुंगेर एक एक मौत हुई है जबकि लखीसराय औरंगाबाद मधुबनी बेगूसराय में दो-दो लोगों की मौत की जानकारी मिली है। तूफान और बारिश की वजह से पेड़ गिरने से पटना के मनेर और लखीसराय के सूर्यगढ़ा में दो लोगों की मौत हुई वहीं छज्जा गिरने से अलग-अलग घटनाओं में बेगूसराय में दो महिलाओं की मौत हो गई। सुपौल पूर्णिया औरंगाबाद मधुबनी मुंगेर अररिया में बिजली गिरने से लोगों के मरने की सूचना मिली है।
बिहार सरकार ने सभी मृतकों को चार-चार लाख रुपए की राशि अनुदान के रूप में दिया है।
आंधी-तूफान में पटना के नजदीक दानापुर में पीपा पुल टूट गया वहीं हाजीपुर के निर्माणधीन पीपा पुल को भी नुकसान पहुंचा है. मधुबनी में एक मंदिर का गुंबद टूट गया. उत्तर-पश्चिम विझोभ की वजह से तूफान ने कहर बरपाया। इस आंधी और तूफान से खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा ख़ासकर मक्का और लीची और आम के फसलों पर इसकी असर पड़ा है।
मौसम विभाग ने सोमवार के लिए एलर्ट जारी किया था लेकिन बारिश का पूर्वानुमान था पर बारिश के साथ-साथ तूफान ने भी कहर बरपा दिया हांलाकि मौसम के इस बदलाव से तापमान में भारी गिरावट आई है। लोगों को गर्मी से राहत तो मिली लेकिन कई परिवारों को इस तूफान ने तबाह कर दिया.
पटना से 40 किलोमीटर दूर अथमलगोला में एक पेड़ के हाईवे पर गिर जाने के कारण 8 घंटे तक आवाजाही ठप्प रही. वहीं दानापुर रेल मंडल के जमुनिया के पास ओवर हेड वायर के टूटने से गाड़ियों के परिचालन पर भी असर पड़ा.
पटना में सबसे ज़्यादा 48 मिमी बारिश हुई जबकि भागलपुर और गया में भी हल्की बारिश दर्ज की गई है। उत्तर प्रदेश के कई हिस्से में भारी बारिश हुई है जिससे बड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। घाघरा और शारदा नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं।
उधर पूर्वोत्तर के राज्य असम के करीमगंज ज़िले में बाढ़ से रविवार को एक और व्यक्ति की मौत हो गई जिससे राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 26 हो गई है। बाढ़ से 15 जिले में करीब पांच लाख लोग प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक 1096 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और करीब 41 हजार 200 हेक्टेयर फसल क्षतिग्रस्त हुई है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की और उन्हें केंद्र से हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
राजस्थान में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हुई है जबकि चुरू राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा जहां का तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस रहा। पंजाब और हरियाणा में भी उमस भरा मौसम रहा। इन राज्यों में दक्षिण पश्चिम मानसून के आने में थोड़ा वक्त और लग सकता है।