शिमला: हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ आने से पानी में बह जाने के कारण कांगड़ा और कुल्लू में क्रमश: एक पुरुष और एक लड़की की मौत हुई। अधिकारियों ने कुल्लू जिले के लिए ‘हाई अलर्ट’ जारी किया है। जिला प्रशासन ने बताया कि मूसलाधार बारिश के बाद नदियों में जल स्तर बढ़ने पर कांगड़ा जिले में उफान पर नजर आ रही नाहड़ खाड़ (छोटी नदी) में एक व्यक्ति के बह जाने से उसकी मौत की आशंका जताई जा रही है। प्रशासन के मुताबिक, जवाली तहसील के लस्कवारा गांव के रहने वाले तिलक राज उस वक्त पानी में बह गए जब सोमवार की सुबह वह नाहड़ खाड़ा को पार कर रहे थे। तिलक का शव बरामद करने की कोशिशें जारी हैं।
राज्य के वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि एक अन्य घटना में कुल्लू के बजौरा में 14 साल की एक लड़की पानी में बह गई जिससे उसकी मौत हो गई। मंत्री ने कुल्लू जिले के कई प्रभावित इलाकों का दौरा किया और मृतका के परिजन से मिलकर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि व्यास में अचानक आई बाढ़ के कारण कई घर भी बह गए। व्यास नदी खतरनाक स्तर पर बह रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को लकड़ियां आदि इकट्ठा करने के लिए नदियों या नालों के पास नहीं जाना चाहिए।
रविवार को कुल्लू जिले के डोबी में अचानक आई बाढ़ के कारण फंसे 19 लोगों को सुरक्षित निकालने को लेकर ठाकुर ने सोमवार को भारतीय वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर विपुल गोयल और उनकी टीम को सम्मानित भी किया। उपायुक्त यूनुस ने कुल्लू जिले के लिए ‘हाई अलर्ट’ जारी किया है। इस बीच, राज्य के ज्यादातर जिलों में एहतियाती उपाय के तौर पर सोमवार को स्कूल बंद कर दिए गए थे। अधिकारियों ने बताया कि कांगड़ा, चंबा, कुल्लू और मंडी जिलों सहित अन्य स्थानों पर निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। उनसे सतर्क रहने को भी कहा जा रहा है, क्योंकि नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ रहा है।
पुलिस अधीक्षक मोनिका भुटुनगुरू ने बताया कि चंबा में रावी नदी अब भी खतरनाक स्तर पर है और प्रशासन रविवार से ही लोगों को निचले इलाकों से निकाल रहा है। कांगड़ा के उपायुक्त संदीप कुमार ने अधिकारियों और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है कि पांडो जलाशय से पानी छोड़ा जाएगा।
बाढ़ की चेतावनी जारी करते हुए भाखड़ा व्यास प्रबंधन बोर्ड ने कहा कि पोंग बांध से अत्यधिक पानी छोड़ा जाएगा, क्योंकि भारी बारिश के कारण जलाशय के जलग्रहण क्षेत्रों में पानी लबालब भर गया है। मौसम विभाग ने मध्यम ऊंचाई की पहाड़ी वाले इलाकों और मैदानी इलाकों में भारी बारिश का पूर्वानुमान किया है जबकि ऊपरी पवर्तीय क्षेत्रों में बर्फबारी का पूर्वानुमान किया है। शिमला के मौसम केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मध्यम से लेकर भारी बारिश हो रही है।
सुबह 8:30 बजे दर्ज किए गए आंकड़ों के मुताबिक, चंबा जिले के डलहौजी में पिछले 24 घंटों में 170 मिमी, मनाली में 121 मिमी, कांगड़ा में 120.08 मिमी, पालमपुर में 108 मिमी, धर्मशाला में 62.6 मिमी और उना में 62 मिमी बारिश हुई है। राज्य की राजधानी शिमला में 23.1 मिमी बारिश हुई। कुल्लू जिले के लिए ‘‘हाई अलर्ट’’ जारी करते हुए उपायुक्त युनूस ने लोगों को चेतावनी दी कि बाढ़ जैसी स्थिति के मद्देनजर वे नदियों और नालों के पास न जाएं।
मौसम केंद्र के मुताबिक, ऊंचाई वाले इलाकों में बड़े पैमाने पर बारिश और बर्फबारी के कारण तापमान में कमी आई है। लाहौल और स्पीति जिले के केलोंग में तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। केंद्र के मुताबिक, उना में तापमान सबसे अधिक 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम केंद्र ने पूर्वानुमान जाहिर किया है कि 25 सितंबर को राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में मध्यम एवं कम ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों और कुछ एक जगहों पर हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होगी। इसके बाद मौसम लगभग शुष्क रहेगा।