माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर इस समय जंग का मैदान बन चुका है। बुद्धिजीवी ट्विटर पर सभी मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं। इसे ही अपनी खास राय के साथ ट्विटर पर एक्टिव रहने वाली वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और अब कर्नाटक की प्रमुख सचिव गृह डी. रूपा (D. Roopa) इस समय सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही हैं। ट्विटर पर छिड़े संग्राम के पीछे दिवाली के पटाखों पर हुई एक बहस को बताया जा रहा है, जिसके बाद से True Indology नामक अकाउंट को ट्विटर ने सस्पेंड कर दिया गया।
दिवाली के मौके पर पटाखे छोड़ने जैसे विषय पर True Indology और डी. रूपा के बीच बहस शुरू हो गई। लंबी बहस के बाद ट्विटर यूजर्स ने पाया कि True Indology को ट्विटर ने सस्पेंड कर दिया। रूपा ने पेज पर आधे-अधूरे ज्ञान से लोगों को भ्रमित करने, अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के साथ ही सरकार और NGT के आदेशों की अवहेलना का आरोप लगाया।
रूपा ने ट्विट कर लिखा, 'किसी काल्पनिक उत्पीड़न पर पीड़ित बनने का नाटक करना। बिना किसी नाम या चेहरे के गाली-गलौच करना काम है। चोरी ऊपर से सीना जोरी, वाह। फैक्ट्स के साथ बातें रखने वाले कई लोगों को तुम्हारे फॉलोअर ट्रोल करते हैं। अब तुम्हारा समय खत्म हुआ।'
उनके इसी ट्वीट का स्क्रीनशॉट ट्विटर पर वायरल हो रहा है। आरोप लगाया गया है कि ऑफिसर ने अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए अकाउंट को सस्पेंड करा दिया है। ट्विटर यूजर्स का कहना है कि True Indology को आईपीएस रूपा से बहस करने की कीमत चुकानी पड़ रही है।
कंगना और कपिल ने उठाई आवाज
अकाउंट को सस्पेंड किए जाने पर अब रूपा ट्रोल होनी शुरू हो गई हैं। बॉलिवुड ऐक्ट्रेस कंगना रणौत और बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने भी अकाउंट सस्पेंड किए जाने को लेकर आवाज उठाई है। कंगना ने कहा कि अयोग्यता और फ्रस्टेशन की वजह से ऐसा कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में हम साथ हैं। वहीं कई यूजर्स ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन करार दिया है। वहीं दिल्ली बीजेपी नेता और पूर्व विधायक कपिल मिश्रा ने ट्विटर इंडिया को टैग करते हुए लिखा कि यह दूसरी बार है, जब सबसे अधिक सूचनाप्रद पेज को बिना किसी वजह के बंद कर दिया गया है।