चेन्नई: तमिलनाडु के तुतीकोरिन में अपने मोबाइल फोन की दुकान को अनुमति के घंटों से अतिरिक्त खुला रखने के कारण गत शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए जयराज और पुत्र फेनिक्स की कथित पुलिस हिरासत में मौत मामले में पूरे देश में विरोध देखने को मिला है। ऐसे में सत्तारूढ़ एआईएडीएमके पार्टी ने मृतकों के परिवार को 25 लाख रुपए देने की घोषणा की। द्रमुक सांसद कनिमोझी करुणानिधि ने शुक्रवार को मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और द्रमुक प्रमुख की तरफ से 25 लाख रुपए और एक पत्र उन्हें सौंपा।
इस मामले में चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस घटना के खिलाफ राज्य के व्यापारियों द्वारा विरोध स्वरूप शुक्रवार को तूतीकोरिन में दुकानें बंद रखी गई। विपक्षी पार्टी डीएमके के अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने विधानसभा में कहा कि इस बर्बरता के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं उन्हें सख्त सजा दिए जाने की जरूरत है और इसमें उनकी पार्टी कानूनी सहायता देगी।
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वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले में कहा कि राज्य सरकार को इसमें न्याय सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘पुलिस बर्बरता एक भयावह अपराध है। यह त्रासदी है कि हमारे रक्षक ही भक्षक बन जाते हैं। मैं पीडि़त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और सरकार से अपील करता हूं कि वह जयराज और फेनिक्स के लिए न्याय सुनिश्चित करे।’’