अगरतला: त्रिपुरा के उनाकोटी जिले में उपद्रवियों ने काली मंदिर की बाड़ को क्षतिग्रस्त कर दिया और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के नेता पर चाकू से हमला किया। इसके बाद प्रशासन ने पूरे कैलाशहर उपसंभाग में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर कर दी है। पुलिस अधिकारी ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ABVP नेता शिबाजी सेनगुप्ता पर कुछ स्थानीय मुद्दों को लेकर हमला करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है जबकि सेनगुप्ता की हालत गंभीर बनी हुई है।
उपद्रवियों ने मंदिर की बाड़ को पहुंचाया नुकसान
उपसंभागीय पुलिस अधिकारी (SDPO) चंदन साहा ने बताया कि CRPC की धारा-144 के तहत उनाकोटी जिले के मुख्यालय कैलाशहर में शुक्रवार शाम को चाकूबाजी की घटना के बाद से निषेधाज्ञा लागू है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की रात को अज्ञात उपद्रवियों ने कस्बे के कुब्झार इलाके स्थित काली मंदिर की बाड़ को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना के बाद राज्य के श्रममंत्री भगवान दास की उपस्थिति में शनिवार को कैलाशहर में शांति बैठक हुई जिसमें विभिन्न धर्मों के नेता, जिलाधिकारी उत्तम चकमा, पुलिस अधीक्षक रति रंजन दास, स्थानीय CPM विधायक मबास्वर अली और कांग्रेस नेता बदरुज्जमां शामिल हुए।
सरकार अपने खर्च पर कराएगी धर्मस्थलों की मरम्मत
SDPO ने बताया कि बैठक में फैसला हुआ कि अगर कोई धार्मिक स्थल क्षतिग्रस्त होता है तो सरकार अपने खर्चे पर उसकी मरम्मत कराएगी। साहा ने बताया कि चाकूबाजी के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है और इस संबंध में एक व्यक्ति को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। इस बीच, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की छात्र इकाई ABVP के नेता को दिन में बेहतर इलाज के लिए अगरतला के जीबी पंत अस्पताल रेफर किया गया। कैलाशहर कस्बे और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बलों की गश्त बढ़ा दी गई है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले के विरोध में VHP ने निकाली थी रैली
गौरतलब है कि शुक्रवार की घटना, 26 अक्टूबर की शाम उत्तरी त्रिपुरा जिले के पानीसागर उपसंभाग के चामटिल्ला इलाके में विश्व हिंदू परिषद (VHP) की रैली के दौरान एक मस्जिद में कथित तोड़फोड और 2 दुकानों को आग लगाने की घटना के बाद हुई है। VHP ने पड़ोसी बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले के विरोध में रैली निकाली थी।