अगरतला: पश्चिमी त्रिपुरा के जिलाधिकारी (डीएम) शैलेश यादव को एक मैरिज हॉल में घुसकर दूल्हे, पंडित और शादी में शामिल अन्य मेहमानों के साथ अभद्र व्यवहार करने का खामियाजा उठाना पड़ा है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था जिसके बाद से शैलेश कुमार यादव पर को पद से हटाने का दबाव बढ़ता गया था। कानून मंत्री रतन लाल नाथ ने बताया कि इस मामले में मुख्य सचिव शैलेश कुमार यादव को सस्पेंड किया गया है औक रावल हेमेन्द्र कुमार को जिले का नया डीएम नियुक्त कर दिया गया है। बता दें कि इससे पहले डीएम शैलेश यादव ने शादी रुकवाने के लिए माफी मांग ली थी। उन्होंने कहा था कि उनका उद्देश्य किसी की भावना को आहत करना नहीं था। पश्चिमी त्रिपुरा के डीएम का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ और लोगों ने उनकी जमकर आलोचना भी की।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में पश्चिम त्रिपुरा के जिलाधिकारी का एक शादी हॉल पर छापेमारी कर रहे हैं। इस शादी समारोह में कोरोना के नियमों की अनदेखी की जा रही है। वीडियो में डीएम शैलेश यादव बेहद गुस्से में नजर आ रहे हैं और हॉल में मौजूद पुलिसकर्मियों को डांट लगा रहे हैं। इतना ही नहीं वे आयोजनकर्ताओं की तरफ इजाजत की एक कागज दिखाने पर वो उसे फाड़कर फेंकते हुए वीडियो में नजर आए।
वीडियो में डीएम ने पुलिसकर्मियों से कहा कि वो दुल्हा और दुल्हन के समेत पूरी भीड़ को हॉल से बाहर निकाले। इसके साथ ही सभी लोगों को गिरफ्तार करने की भी बात कही। डीएम शैलेश यादव ने कहा कि इन लोगों के खिलाफ नाइट कर्फ्यू और महामारी आपदा कानून के तहत मामला दर्ज होना चाहिए। सोशल मीडिया पर तेजी से वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों ने डीएम के रवैये के खिलाफ सवाल उठाने शुरू कर दिए थे। यूजर्स ने इस वीडियो पर कमेंट करते हुए डीएम के रवैये की निंदा की थी और कहा था कि प्रशासन को सिर्फ आम लोग ही दिखते हैं कार्रवाई के लिए, नेता नहीं।