नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में तीन तलाक का दंश झेलने वाली एक महिला ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है। निदा का कहना है कि शादी के बाद से ही उसका उत्पीड़न किया जाने लगा और दहेज की मांग कर घर से बाहर निकाल दिया जिसकी वजह से उनका अबॉर्शन हो गया।
निदा खान का निकाह बरेली के उस्मान रज़ा ख़ान उर्फ अंजुम मियां के बेटे शीरान रज़ा ख़ान से हुआ था। अंजुम मियां ऑल इंडिया इत्तेहाद मिल्लत काउंसिल के मुखिया तौकीर रज़ा ख़ान के सगे भतीजे हैं। निदा ने आरोप लगाया है कि 16 अप्रैल 2015 की रात में उससे मारपीट की गई और घर से निकाल दिया गया जिस कारण उसका गर्भपात हो गया। निदा ने अपने पति शीरान पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है। निदा का कहना है कि उसके पति को डस्टर कार चाहिये थी जिसकी वज़ह से उसे हमेशा परेशान किया जाता रहा। इसके साथ ही निदा ने पति और देवर पर तेज़ाब से जलाने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है।
ये भी पढ़ें
लोकसभा में GST संशोधन बिल पास, PM मोदी ने देशवासियों को दी बधाई
'एक जोड़ी कपड़े में आया लखनऊ', CM बनने की कहानी, योगी की जुबानी
मैं राष्ट्रपति पद की रेस में नहीं हूं, प्रस्ताव आता भी है तो ठुकरा दूंगा: RSS चीफ
हालांकि निदा ने अपने साथ हुई ज्यादती की एफआईआर शहर कोतवाली में दर्ज कराई है और अदालत में हर्जाने का मुकदमा भी चल रहा है। इस बीच निदा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खत लिखकर अपनी परेशानियां बताई है और मदद की गुहार लगाई है।
मुख्यमंत्री योगी से निदा खान की गुहार
शादी के कुछ दिन बाद से ही मेरे पति और ससुरालवाले आये दिन मुझसे मारपीट करते थे और कहते थे कि अपने बाप के घर जाओ और डस्टर गाड़ी लेकर आओ। उन लालची लोगों ने अपना लालच पूरा करने के लिए मेरी पूरी ज़िंदगी बरबाद कर दी। इन लोगों ने अपने आपको सजा से बचाने के लिए एक तलाक़नामा बनवा के फर्जी तलाक़ दिखाना चाहा। निकाह के समय दिया सामान भी वापस नहीं किया है। वर पक्ष हर तरीके से झूठे आरोप लगा रहा है। मुझे न्याय दिलाने में मेरी मदद करें ये मेरी आपसे इंसाफ़ की गुहार है।
आज सुप्रीम कोर्ट में ट्रिपल तलाक के मामले में दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई भी है। हालांकि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने तीन तलाक के खिलाफ सभी याचिकाओं को खारिज करने की मांग की है।
मोदी को लिखी चिट्ठी, 'तीन तलाक' से दिलाएं आजादी
वहीं बुधवार को सहारनपुर जिले में थाना नानौता के अन्तर्गत मोहल्ला कानूनगोयान निवासी शगुफ्ता नामक महिला ने प्रधामनंत्री को पत्र भेजकर कहा था कि उसका निकाह पांच वर्ष पूर्व गंगोह के बुढ्ढाखेडा निवासी शमशाद के साथ हुआ था। शगुफ्ता ने दो बेटियों को जन्म दिया था जिससे उसके ससुराल वाले नाराज थे और अब तीन माह की गर्भवती होने पर उसके ससुराल वाले लड़की होने के डर के कारण गर्भ गिरवाना चाहते हैं।
पीड़िता शगुफ्ता ने पत्र में कहा है कि उसके पति ओर ससुरालियों ने उसके साथ मारपीट की और पति ने तीन बार तलाक तलाक तलाक कहकर उसे घर से निकाल दिया और उसके पेट पर लात मारकर उसका गर्भ गिराने का प्रयास किया।