नई दिल्ली: ट्रेड यूनियन के भारत बंद का आज दूसरा दिन है। आज भी सुबह से ही विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला शुरु हो गया है। बंगाल में ट्रेड यूनियन की हड़ताल और विरोध प्रदर्शन ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। आम मुसाफिरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हिंसा और तोड़फोड़ से बचने के लिए ममता सरकार ने भी अजीबो-गरीब फरमान जारी किया है। सरकार की तरफ से सभी बस ड्राइवरों को हेलमेट पहनकर बस चलाने का आदेश दिया गया है।
उधर मुंबई में बेस्ट बसों की हड़ताल आज भी जारी है। शिवसेना समर्थक ट्रेड यूनियन के हड़ताल से वापस आने के बाद थोड़ी राहत जरूर मिली है लेकिन वो नाकाफी है। बस अड्डों पर लोगों की भीड़ है। बसें कम पड़ रही है ऑटो के लिए लंबी-लंबी लाइन लगी हैं। वहीं, हड़ताल के पहले दिन मंगलवार को पश्चिम बंगाल में छिटपुट घटनाएं हुईं, जबकि मुंबई में सार्वजनिक परिवहन की बसें सड़कों से दूर रहीं। दूसरी तरफ बैंकों का कामकाज आंशिक रूप से प्रभावित हुआ। यूनियनों ने सरकार पर श्रमिकों विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाया है।
देश के ज्यादातर इलाकों में सामान्य जनजीवन पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। हालांकि, वामदल शासित केरल में यह आंदोलन पूरी तरह हड़ताल में तब्दील हो गया। वहां स्कूल, कॉलेज बंद रहे और बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हुईं। मुंबई में सार्वजनिक परिवहन सेवा बेस्ट के 32,000 से अधिक कर्मचारी मंगलवार को वेतन वृद्धि की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। उनकी यह हड़ताल ट्रेड यूनियनों की हड़ताल के दिन ही शुरू हुई। इससे करीब 25 लाख दैनिक यात्री प्रभावित हुए।
इस बीच, केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि यदि वे हड़ताल पर जाते हैं और काम पर नहीं आते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। दो प्रमुख बैंक यूनियनों आल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) तथा बैंक एम्पलाइज फेडरेशन आफ इंडिया (बीईएफआई) ने हड़ताल का समर्थन किया है।
हड़ताल से उन बैंकों का परिचालन प्रभावित हुआ है जहां इन दोनों यूनियनों का ज्यादा प्रभाव है। हालांकि, भारतीय स्टेट बैंक और निजी क्षेत्र के बैंकों में कामकाज पर असर नहीं पड़ा, क्योंकि बैंकिंग क्षेत्र की सात अन्य यूनियनें हड़ताल में भाग नहीं ले रही हैं।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार ने पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध किए थे। वहां एक स्कूल बस पर लोगों ने पथराव किया। कुछ स्थानों पर तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुईं। कोलकाता सहित राज्य के कुछ हिस्सों में हड़ताली कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला भी फूंका। पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में आंदोलनकारियों ने रेलवे लाइन पर जाम लगा दिया।
पुलिस ने बताया कि राजस्थान में एक जापानी कंपनी के कारखाने में संघर्ष में 22 पुलिसकर्मी घायल हो गए। हड़ताल का समर्थन कर रहे कर्मचारियों ने कारखाने में घुसने का प्रयास किया। यूनियन नेताओं का दावा है कि इस घटना में 50 कर्मचारी भी घायल हुए हैं।