नई दिल्ली: विशेषज्ञों का कहना है कि भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को निलंबित करने के पाकिस्तान के निर्णय से ज्यादा नुकसान उसी को होगा। उनका कहना है कि इसकी मुख्य वजह यह है कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी भारत से कई आवश्यक वस्तुओं का आयात करता है। इस साल फरवरी में पुलवामा आतंकी हमले के बाद व्यापार संबंधों में तनाव के चलते भारत से पाकिस्तान को होने वाले निर्यात में पहले ही कमी आई है।
निर्यातकों के संगठन फियो के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा व्यापार संबंधों को निलंबित करने का बुरा असर पाकिस्तान पर ही होगा। क्योंकि भारत इस मामले में उस पर बहुत ज्यादा निर्भर नहीं है जबकि पाकिस्तान की भारत पर निर्भरता अपेक्षाकृत अधिक है। भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) के प्रोफेसर राकेश मोहन जोशी ने कहा कि पाकिस्तान का निर्णय उसके ही कारोबार को प्रभावित करेगा।
पाकिस्तान से भारत का आयात इस वर्ष मार्च में घट कर 28.4 करोड़ डॉलर के बराबर रहा जबकि मार्च 2018 में यह आंकड़ा 3.5 करोड़ डॉलर था। इस दौरान भारत का इस पड़ोसी देश को निर्यात भी सालाना आधार पर 32 प्रतिशत घट कर 17.13 करोड़ रहा। लेकिन वित्त वर्ष 2018-19 में भारत का पाकिस्तान को निर्यात कुल मिला कर 7.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2 अरब डॉलर रहा।
जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बनाने के भारत के कदम के जवाब में पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापार संबंध निलंबित किए हैं और राजनयिक संबंधों का स्तर घटा दिया है।