नई दिल्ली: देश में अभी तक कोविड-19 के कुल 23.88 करोड़ टीके लोगों को लगाए जा चुके हैं। यह जानकारी मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी। इसने बताया कि आज 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 13,32,471 लोगों को टीका की पहली खुराक दी गई और इसी आयु वर्ग के 76,723 लोगों को कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक दी गई। इसी उम्र वर्ग में कुल 3,17,37,869 लोगों को विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में टीके की पहली खुराक लगाई जा चुकी है और 3,16,134 लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है।
मंत्रालय ने बताया कि बिहार, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 18 से 44 वर्ष तक के दस लाख से अधिक लोगों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक दी गई है। शाम सात बजे तक जारी अंतरिम रिपोर्ट के मुताबिक देश में कोविड-19 के कुल 23,88,40,635 टीके लगाए जा चुके हैं। टीकाकरण अभियान के 144वें दिन 25,58,652 खुराकें दी गई। शाम सात बजे तक जारी अंतरिम रिपोर्ट के मुताबिक 22,67,842 लाभार्थियों को टीके की पहली खुराक लगाई गई जबकि 2,90,810 लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी गई।
वैक्सीन के मनमाने दाम वसूलने वाले अस्पतालों का खेल खत्म
केंद्र सरकार ने निजी अस्पलातों द्वारा लगाई जा रही कोरोना वायरस संक्रमण की वैक्सीन के दाम तय कर दिए हैं। मंगलवार को सरकार द्वारा इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। सरकार ने तय किया है कि निजी अस्पताल में भारत बॉयोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन टीका 1410 रुपये, एस्ट्राजेनेका और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड वैक्सीन 780 रुपये तथा रूस से आयातित Sputnik V टीका 1145 रुपये से ज्यादा में नहीं लगाया जाएगा।
सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, निजी अस्पतालों में लगने वाला कोरोना का सबसे महंगा टीका भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन का होगा। कोविशील्ड के दाम के मुकाबले इसकी कीमत करीब दो गुनी होगी। कोविशील्ड के दाम सबसे कम रखे गए हैं। हालांकि, इससे पहले 7 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में ऐलान किया कि 21 जून से हर राज्य में 18 वर्ष से ऊपर की उम्र के सभी नागरिकों के लिए भारत सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया कराएगी।