नई दिल्ली: चेन्नई में बारिश ने लोगों की चैन छीन ली है। बारिश के कोहराम से शहर में हाहाकार मचा हुआ है। भारी बारिश ने चेन्नई में दो साल पहले के मंजर को ताजा कर दिया। हालात को देखते हुए चेन्नई समेत तमिलनाडु के छह जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। पांच घंटे की लगातार बारिश ने वो हाल कर दिया है कि देखने वालों की सांसे अटक गई हैं। पूरा शहर पानी-पानी हो गया है। सड़कें दरियां में बदल गईं हैं तो गाड़ियां मानों नाव बनकर तैर रही हैं। घर से लेकर शोरूम और क्रिकेट स्टेडियम तक में जल प्रलय का मंजर दिखाई देने लगा है।
दोपहर बाद शुरू हुई हल्की बारिश रात तक भारी बारिश में तब्दील हो गई थी। इस वजह से बस, टैक्सी, ऑटो और उपनगरीय रेल सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई। जगह-जगह पानी भर जाने के कारण वाहनों का आवागमन बाधित हो गया। सिग्नलों में खराबी आने की वजह से गुरुवार रात 9.30 बजे से शुक्रवार तड़के 3.20 बजे तक रेल सेवा भी बाधित रही। हालांकि एयरपोर्ट से उड़ानों का आवागमन हालांकि सामान्य है।
लगातार बारिश के कारण चेन्नई के तटीय इलाकों में बाढ़ के हालात हैं। उत्तरी चेन्नई का ट्रैफिक थम चुका है। लोग घरों में कैद हैं। निचलों इलाकों में पानी भरने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चेन्नई में अब तक 150mm से ज़्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। बारिश की वजह से तटीय इलाकों में बाढ़ आ गई है। हालात को देखते हुए चेन्नई समेत 6 जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और सरकारी स्कूलों में राहत शिविर लगाए गए हैं।
चेन्नई में दो साल पहले भी कमोबेस ऐसा ही मंजर था। 2015 में ऐसी ही बारिश हुई थी तब भी जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया था। उस भयंकर बाढ़ में 150 से ज्यादा लोगों की जान भी चली गई थी। बारिश ने पिछले 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया था, जिसके चलते चेन्नई, तिरुवल्लुर और कांचीपुरम जिलों में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया था।
चेन्नई के एयरपोर्ट पर भी जल-भराव हो गया था, जिसकी वजह से कई उड़ाने रद करनी पड़ी और हजारों लोग एयरपोर्ट पर ही फंसे रह गए थे। इस बार भी हालात कुछ वैसी ही बनी हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घण्टे के दौरान चेन्नई और तटीय जिलों में जोरदार बारिश हो सकती है।