नई दिल्ली: धर्म के नाम पर जम्मू कश्मीर की धरती को खून से रंगने वाले आतंकी बहन-बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ कर रहे हैं लेकिन वही बेटियां अब आतंकियों का काल बन रही हैं। एक दिन पहले बारामूला में मारे गए जैश के आतंकी अबू खालिद पर ये बड़ा खुलासा हुआ है। बीएसएफ कैंप पर हमले का मास्टरमाइंड खालिद ने कश्मीर में 17 गर्लफ्रेंड बनाई थी लेकिन गर्लफ्रेंड से बेवफाई उसकी मौत का सबब बनी। जिस लड़की को खालिद ने धोखा दिया उसने पुलिस को खालिद की मूवमेंट के बारे में बता दिया और इस तरह उसका खात्मा हुआ। ये भी पढ़ें: महिलाओं को प्रसाद के तौर पर गाली देता है यह सीटीबाज बाबा
आतंक के जिन चेहरों को कश्मीरी युवाओं का आइकन बताया जाता है वो असल जिंदगी में कश्मीर की आबरू से खेल रहे हैं। बारामूला के लाडोरा में सुरक्षा बलों के हाथों जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अबू खालिद के खात्मे के बाद बड़ा खुलासा हुआ है। आतंक की नर्सरी पाकिस्तान में पले-बढ़े आतंकी जम्मू कश्मीर की बहन-बेटियों की आबरू से कैसे खेल रहे हैं। आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि आतंकी अबू खालिद ने अपने प्यार के जाल में एक-दो नहीं बल्कि कश्मीर की 17 लड़कियों को फंसा रखा था। इसका काम कश्मीर में जिहाद नहीं बल्कि अय्याशी करना था। खालिद के प्यार में फंसकर एक लड़की जब प्रेग्नेंट हो गई तो इस आतंकी खालिद ने उससे मुंह मोड़ लिया।
खालिद से बदला लेने और उसके गुनाहों की सजा दिलाने के लिए वो पुलिस को उसकी मूवमेंट की खबर देने लगी। बताया जाता है कि प्रेग्नेंट होने के बाद उस लड़की की बेहद बदनामी हुई। वो लड़की खालिद से इतनी ज्यादा नफरत करने लगी थी कि वह उसे 'जहन्नुम' कहकर बुलाती थी। खालिद ने कई लड़कियों को धोखा दिया था जिसके बाद वो लड़कियां उसके ठिकानों के बारे में पुलिस को खबर देने लगीं। सोमवार को खालिद अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने आने वाला था इसकी खबर खालिद की पुरानी गर्लफ्रेंड को लग गई और उसने पुलिस तक ये खबर पहुंचा दी। पुलिस ने जाल बिछाया और एनकाउंटर में खालिद को ढेर कर दिया गया।
मारा गया आतंकी खालिद जैश-ए-मोहम्मद का चीफ ऑपरेशनल कमांडर था जिसे आर्मी, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन में मार गिराया गया। आतंकी खालिद पाकिस्तान का रहने वाला था और लंबे समय से नॉर्थ कश्मीर में एक्टिव था। पिछले हफ्ते श्रीनगर में बीएसएफ कैंप पर हमले का मास्टरमाइंड भी यही आतंकी खालिद था। खालिद ने ही हमले और ब्लास्ट की पूरी साजिश रची थी।