नई दिल्ली: यदि आप ट्रेन से सफर करते हैं तो सफर के दौरान चाय की चुस्कियों का आनंद जरूर लेते होंगे। चाय अच्छी और भरोसे की हो इसलिए आप इस बात का खास ख्याल रखते हैं कि वर्दी वाले वेंडर से ही चाय खरीदें। कई बार रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को आगाह करने के लिए लिखा भी जाता है कि सिर्फ रेलवे के ऑथोराइज्ड वेंडर से ही चाय या खाने पीने की चीजें खरीदें क्योंकि बाहर के अनजान लोगों के खाने पीने की चीजें खरीदना खतरनाक हो सकता है लेकिन ट्रेन में टॉयलेट के पानी से चाय बनाने से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहा था।
सोशल मीडिया पर कुछ दिनों से वायरल हो रहे वीडियो में एक वेंडर को चाय/कॉफी के डिब्बे के साथ ट्रेन के टॉयलेट से बाहर निकलते देखा जा रहा है जिससे पता चलता है कि डिब्बों में टॉयलेट के भीतर से पानी मिलाया जा रहा था। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक शख्स टॉयलेट से निकलता है जिसके हाथ में चाय बनाने वाला बर्तन है। वह उस बर्तन को टॉयलेट के गंदे पानी से भरकर बाहर की ओर निकल जाता है। वैंडर की इस हरकत को किसी ने कैमरे में कैद कर लिया। सोशल मीडिया पर शेयर करते ही यह वीडियो तेजी से वायरल हो गई।
ऐसा पहली बार नहीं है जब ट्रेन में इस तरह का मामला सामने आया है। रेलवे में मिलने वाले खाने को लेकर यात्री कई बार शिकायत कर चुके हैं। वीडियो के सामने आने और वायरल होने के कुछ दिन बाद जारी की गयी विज्ञप्ति में कहा गया कि घटना पिछले साल दिसंबर में यहां के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर चेन्नई सेंट्रल-हैदराबाद चारमीनार एक्सप्रेस में हुई।
एससीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी एम उमाशंकर कुमार ने विज्ञप्ति में कहा कि जांच के बाद सिकंदराबाद एवं काजीपेट के बीच के खंड पर काम करने वाले ट्रेन साइड वेंडिंग कांट्रैक्टर पी शिवप्रसाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गयी। जिस वेंडर को वीडियो में देखा गया है वो शिवप्रसाद के अंतर्गत कार्यरत था। उन्होंने बताया कि शिवप्रसाद पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
गौरतलब है कि पिछले साल दिल्ली जा रही पूर्वा एक्सप्रेस में एक यात्री को छिपकली वाली ‘वेज बिरयानी’ परोसी गयी थी जिसे खाने से उसकी हालत बिगड़ गई थी। वहीं इसी साल सीएजी ने रेलवे द्वारा दिये जाने वाले खाने को लेकर संसद में एक रिपोर्ट पेश की। जिसमें कहा गया कि रेलवे का खाना इंसानों के खाने लायक नहीं है। दूषित खाद्य पदार्थों, रिसाइकिल किया हुआ खाना और डब्बा बंद व बोतलबंद सामान का इस्तेमाल एक्सपाइरी डेट के बाद भी किया जाता है। सीएजी ने यह खुलासा भी किया था कि खाना बनाने में साफ-सफाई पर बिलकुल भी ध्यान नहीं दिया जाता।