नई दिल्ली: सभी केन्द्रीय मंत्रियों को सोमवार से अपने-अपने कार्यालयों से काम शुरू करने और लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने की योजना बनाने के लिये कहा गया है। सूत्रों ने शनिवार को कहा कि सभी मंत्रियों से कहा गया है कि संयुक्त सचिव और उससे ऊपर की रैंक के अधिकारी अपने अपने विभागों में काम शुरू करें।
इसके अलावा प्रत्येक मंत्रालय में आवश्यक कर्मचारियों के एक तिहाई सदस्यों का उपस्थित होना जरूरी है। सूत्रों के अनुसार सरकार कोविड-19 के हॉस्पॉट और लॉकडाउन खत्म होने के बाद अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के उपायों पर ध्यान केन्द्रित कर रही है।
हालांकि, आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर पहले से लागू लॉकडाउन की अवधि दो हफ्ते के लिए और बढ़ सकती है। पीएम मोदी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने को लेकर ऐलान कर सकते हैं। माना जा रहा है कि कुछ रियायतों के साथ सरकार लॉकडाउन की अवधि बढ़ा सकती है।
शनिवार को पीएम मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना वायरस से पैदा हुए हालात और लॉकडाउन को लेकर बात की। इस दौरान मुख्यमंत्रियों को पीएम ने कहा है कि आपकी राय सुनने के बाद सरकार फिल्हाल दो हफ्ते लॉकडाउन बढाने का ऐलान करेगी। आगे भी लॉकडाउन बढ़ाने की जरूरत पड़ सकती है।
पीएम ने कहा- 'जान है तो जहान है, जब मैंने राष्ट्र के नाम सन्देश दिया था, तो प्रारम्भ में बल दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंशिंग का पालन बहुत आवश्यक है,देश के अधिकतर लोगों ने बात को समझा और घरों में रहकर दायित्व निभाया।'