रामबन/जम्मू। जम्मू-किश्तवाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बटोटे में नौ घंटे चली मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया है। अभियान में एक जवान भी शहीद हुआ है। सेना के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि मुठभेड़ पहले राजमार्ग के पास हुई। बाद में आतंकवादी वहां से भागकर मुख्य बाजार स्थित एक मकान में छुप गए। सुरक्षा बलों ने उन्हें सभी ओर से घेर लिया।
आतंकियों को ढेर करने के बाद इस तरह मनाया गया जश्न
जम्मू स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, ‘‘मुठभेड़ समाप्त हो गयी है। हमने तीन आतंकवादियों को मार गिराया है। अभियान में एक जवान भी शहीद हुआ है।’’ उन्होंने कहा कि अभी तलाशी अभियान जारी है। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
इससे पहले पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया था कि एक मकान में पांच आतंकवादी छिपे हुए हैं। उन्होंने बताया था कि आतंकवादियों ने शनिवार सुबह सेना के त्वरित कार्रवाई दल (क्यूआरटी) पर हमला कर भागने का प्रयास किया था। लेकिन दल ने उनका पीछा कर उन्हें घेर लिया। अधिकारी ने बताया कि बेहद खराब मौसम के बावजूद गहन तलाशी अभियान के बाद मकान में छुपे आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच दोपहर एक बजे फिर से गोलीबारी शुरू हो गई।
जबरन मकान में घुस गए आतंकी
उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों द्वारा पीछा किए जाने पर आतंकवादी जबरन एक मकान में घुस गए और मकान मालिक को बंधक बना लिया। इस दौरान सुरक्षाबलों ने परिवार के अन्य सदस्यों को बाहर निकाल लिया। आतंकवादियों ने सुबह ग्रेनेड फेंका और धारमुंड गांव में सेना के क्यूआरटी पर गोलीबारी की जिसके बाद मुठभेड़ हुई। उन्होंने बताया कि सेना के अतिरिक्त जवानों और पुलिस कर्मियों को भी मौके पर भेजा गया है। पूरे इलाके की घेराबंदी की गई है ताकि आंतकवादियों के भागने की हर कोशिश को नाकाम किया जा सके।
किश्तवाड़ की तरफ से आए थे आतंकी!
ऐसा माना जा रहा है कि आतंकवादी किश्तवाड़ की तरफ से आए और उन्होंने राजमार्ग पर अस्थायी शिविर में रात गुजारी। लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने कहा, ‘‘आज शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे, दो संदिग्धों ने एक वाहन को बटोटे में राजमार्ग पर रोकने की कोशिश की। चालक ने समझदारी दिखाते हुए वाहन को रोका नहीं और तुरंत ही नजदीकी सेना की चौकी को इसकी जानकारी दी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्यूआरटी फौरन हरकत में आया और संदिग्धों का पता लगाया।’’