हैदराबाद: तेलंगाना में 12वीं की परीक्षा में फेल होने की वजह से पिछले 24 घंटे के दौरान दो लड़कियों समेत तीन विद्यार्थियों ने खुदकुशी कर ली है। राज्य सरकार ने परीक्षा में फेल हुए छात्रों से ‘अंकों के फिर से जोड़े जाने और पेपर के पुन:सत्यापन के लिए’ किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लेने का बुधवार को निर्णय किया। वहीं, इंटर की परीक्षा के परिणाम घोषित करने में कथित घपले को लेकर प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा।
पुलिस ने बताया कि तीन और छात्रों के खुदकुशी करने के कारण पिछले कुछ दिनों में आत्महत्या करने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। कुछ छात्र संघों ने आरोप लगाया है कि 18 अप्रैल से समूचे तेलंगाना में 17 छात्रों ने कथित रूप से आत्महत्या की है क्योंकि वे परीक्षा में या तो फेल हो गए हैं या अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। प्रदर्शन बुधवार को जारी रहा और विद्यार्थी एवं उनके मात-पिता तेलंगाना राज्य माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के दफ्तर के पास जमा हो गए।
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने परीक्षा परिणामों के ऐलान और उसके बाद के घटनाक्रम पर शिक्षा मंत्री जी जगदीश रेड्डी और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री कार्यकाल की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राव ने 12वीं की कक्षा में फेल होने वाले सभी छात्रों के अंकों की पुनर्गणना और पेपर के पुन:सत्यापन निशुल्क करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
राव ने कहा कि पूरक परीक्षाओं को पहले आयोजित कराया जाए और जल्द से जल्द परिणाम घोषित किया जाए क्योंकि छात्रों को नीट और जेईई जैसी परीक्षाएं देनी हैं। परीक्षा में फेल होने पर कुछ छात्रों द्वारा कथित रूप से खुदकुशी करने की घटनाओं पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षा में फेल का होने का मतलब यह नहीं है कि जिदंगी में विफल हो गए हैं।