कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पिछले चार दिनों में हाथियों के हमले में 2 महिलाओं समेत 3 ग्रामीणों की मौत हो गई। कोरबा जिले के वन विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि आज तड़के लगभग 4 बजे जिले के पसान वन परिक्षेत्र के अंतर्गत घाघरा गांव में बुधमनिया बाई (50) को एक दंतैल हाथी ने कुचल दिया, जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि बुधमनिया बाई फसल की रखवाली के लिए खलिहान में सोई हुई थी। इसी दौरान एक दंतैल हाथी खलिहान में घुस आया और महिला को कुचलकर मार डाला।
17 हाथियों का दल कर रहा है विचरण
अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर वन विभाग के दल को रवाना किया गया तथा महिला का शव बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में 17 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। वन विभाग ने गांवों में मुनादी कर ग्रामीणों को सतर्क किया है कि वह जंगल में न जाएं और न ही खलिहान में रात गुजारें। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले सोमवार की शाम पसान वन परिक्षेत्र के बिर्रा गांव निवासी घासीराम गोंड़ (65) की हाथी के हमले में मौत हो गई थी।
हाथी के हमले में हुई महिला की मौत
अधिकारियों ने बताया कि गोंड़ मवेशियों को चराने के बाद उन्हें गौठान में बांधकर अपने घर की ओर जा रहे थे। इस दौरान अचानक एक हाथी ने गोंड़ पर हमला कर दिया। उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को लेमरू वन परिक्षेत्र के बड़गांव निवासी बंधानो बाई (70) सुबह 9 बजे जब अपने घर के काम में व्यस्त थीं, तब अपने दल से अलग हुए एक हाथी ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि इस घटना में बंधानो बाई गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिन्हें कोरबा के जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
परिजनों को 25-25 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता
अधिकारियों ने बताया कि सभी मृतकों के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि के तौर पर 25-25 हजार रुपये प्रदान किया गया है। शेष राशि सभी अपौचारिकताएं पूरी होने के बाद दी जाएंगी।