नयी दिल्ली: केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने गुरुवार को कहा कि सिविल सेवा परीक्षा में सफलता पाने वालों में से आधे इंजीनियर होते हैं उनमें से अधिकतर लोक प्रशासन, समाजशास्त्र, भूगोल जैसे विषय लेकर यह सफलता पाते हैं। सिंह ने पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए आज राज्यसभा को बताया कि इस वर्ष सिविल परीक्षा में अव्वल आये 20 परीक्षार्थियों में से 19 इंजीनियर और एक डॉक्टर है।
BJP के सुब्रमण्यम स्वामी ने उनसे यह पूरक प्रश्न किया था कि क्या सरकार को इस बात का ज्ञापन मिला है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा में आयुर्वेद एक विषय बनाया जाए। इसके लिखित जवाब में कार्मिक, जन शिकायत एवं पेंशन मंत्री ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर गौर कर रही है। सिंह ने कहा कि इस परीक्षा में 48 वैकल्पिक विषय है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आयुर्वेद एक वैकल्पिक विषय नहीं होने का यह अर्थ नहीं है कि आयुर्वेद स्नातक इस परीक्षा में बैठ नहीं सकते।
उन्होंने कहा कि इन परीक्षाओं में प्राय: इंजीनियर एवं चिकित्सक सफल होते हैं किन्तु वे उन विषयों में सफल होते हैं जो उनके स्नातक के विषय नहीं होते। उन्होंने कहा कि दस प्रतिशत भी ऐसे डॉक्टर नहीं हैं जो इस परीक्षा में चिकित्सा विज्ञान को एक विषय बनाते हैं।