नई दिल्ली; उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हत्या, बलात्कार और लूट की घटनाओं में लिप्त आपराधियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उन्होंने अपना रास्ता नहीं बदला तो उनकी पुलिस ऐसे लोगों को मार गिराने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। इंडिया टीवी पर आज रात प्रसारित होनेवाले शो 'आप की अदालत' में रजत शर्मा के सवालों का देते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा, 'अगर अपराध करेंगे, तो ठोक दिए जाएंगे'
बहुत जल्द बड़ा परिणाम आएगा
जब रजत शर्मा ने यह जिक्र किया कि मुख्यमंत्री का पद संभालने और उनकी तरफ से चेतावनी दिए जाने के बाद भी पिछले दो महीने में 56 डकैती, 715 हत्या और 771 बलात्कार जैसी घटनाएं हुई हैं, योगी आदित्यनाथ ने जवाब दिया, 'पहले के आंकड़े की तुलना में कम हैं। एक तो कुछ तो सुधार हुआ है। हमने मनचलों शोहदों के खिलाफ एंटी रोमियो स्क्वैड बना कर कार्रवाई प्रारंभ की हैं। अब 100 परसेंट एफआईआर लॉज हो रहे हैं। ये आंकड़े ज्यादा हैं फिर भी, इसे हम चुनौती के रूप में ले रहे हैं। हम उत्तर प्रदेश में कानून का राज लाएंगे। आप देखना, बड़ी-बड़ी मछलियां हमारे जाल में फंसती दिखाई दे रही हैं। बहुत शीघ्र बड़ा परिणाम लेकर आने वाले हैं'
अपराधी आत्महत्या करते दिखाई देंगे
मुख्यमंत्री ने राज्य में अवैध बूचड़खानों को बंद करने की वजह से अपराध की घटनाओं में बढ़ोतरी को जोड़ने की कोशिश की, उन्होंने कहा, तो जो इल्लीगल स्लॉटरिंग कर रहे थे, वे बेरोजगार तो होंगे न। लेकिन रोजगार के लिए उनको मजदूरी करनी पड़ेगी, मनरेगा उनके लिए है। वो लोग अगर अपराध करेंगे, ठोक दिए जाएंगे और वही कार्य करेंगे। मथुरा में दो ज्वैलर्स की हत्या की घटना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'पहले अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिलता था...मथुरा में दो व्यापारियों की हत्या और लूट के बाद पांच दिन के अन्दर अपराधी पकड़ में आए। पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। उनमें से एक अपराधी ने स्यूसाइड किया। आगे भी अपराधी इसी तरह आत्महत्या करते दिखाई देंगे, निश्चित है..देख लेना।'
जो कानून के मुताबिक चलेंगे उन्हें डरने की जरूरत नहीं
जब रजत शर्मा ने कहा कि राज्य में मुसलमान खौफ के वातावरण में जी रहे हैं, योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'पिछले 70-72 दिनों में किसी मुसलमान पर तो कहर नहीं ढाया गया कहीं भी। विकास सबका होगा, सुरक्षा सबको मिलेगी, पर तुष्टीकरण किसी का नहीं। मुझे लगता है ये भय अनावश्यक है। मेरे जनता दर्शन कार्यक्रम में प्रतिदिन 25 से 50 मुस्लिम महिलाएं आती हैं, कोई अपने पिता, मां, बेटे के साथ, उनकी पीड़ा को अगर आप सुनेंगे.. एक ही बात उनकी होती है, हमें टेलीफोन पर तलाक देके छोड़ दिया गया। हमें कागज पर लिख कर भेज दिया कि इनको छोड़ दो। उनको न्याय तो मिलना ही चाहिए, और अगर उनकी पैरवी करने की बात प्रदेश सरकार कर रही है, ये आधी आबादी के सम्मान से जुड़ा हुआ मुद्दा है उसे न्याय मिलना ही चाहिए। मुझे प्रसन्नता है बहुत सारे मुसलिम संगठनों ने इस अभियान को समर्थन दिया है। लखनऊ में बहुत से शिया धर्मगुरुओं ने गोहत्या को पूर्ण प्रतिबंधित करने की और गोमांस का सेवन न करने की खुलेआम वकालत की। मुझे लगता है जो कानून और संविधान के अनुसार चल रहे हैं, उन्हें भयभीत होने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन अगर कोई अपने को कानून से उपर समझता है, तो उसमें भय होना जरूरी है।'
अवैध बूचड़खानों को कोर्ट के आदेश पर बंद कराया
जब रजत शर्मा ने यह कहा कि यूपी में मुसलमानों की आर्थिक कमर तोड़ने के लिए अवैध बूचड़खानों को बंद कराया गया, मुख्यमंत्री ने कहा: 'उत्तर प्रदेश सरकार ने इस संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया। एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट ने पहले से आदेश जारी किए थे। कुछ अधिकारी आनाकानी कर रहे थे, हमने कह दिया, जब न्यायालय ने कह दिया तो इसमें इफ, बट का सवाल ही नहीं उठता। आप लागू करिए। 24 घंटे में सब कुछ लागू हुआ।
प्रदेश के अन्दर जंगलराज पैदा करने की छूट नहीं
यह पूछे जाने पर कि क्या वह अब भी मुस्लिम समुदाय के विरूद्ध अपनी भड़काऊ टिप्पणियों पर कायम हैं, मुख्यमंत्री ने कहा: 'ये कंडिशनल बयान थे। आज भी कह रहा हूं कि अगर कोई किसी निर्दोष व्यापारी को मारेगा, या राह चलती किसी बहन या बेटी की इज्जत के लाथ खिलवाड़ करेगा, तो उसके खानदान को ये तय करना होगा कि उसको इस घरती पर रहना है कि नहीं रहना है। हम इस तरह की अराजकता प्रदेश के अन्दर नहीं फैलने देंगे। हमने चेतावनी देके बहुत कर लिया है, अब एक्शन की तैयारी हो रही है, वृहद स्तर पर कार्रवाई होगी। गुंडे-अपराधी या तो जेल के अन्दर होंगे, या फिर प्रदेश के बाहर होंगे, पर हम उन्हें प्रदेश के अन्दर जंगलराज पैदा करने की छूट नहीं देंगे। ये बयान पिछले बयानों के साथ ही जुड़े हुए बयान हैं।'
मेरे लिए विशेष व्यवस्था करने की जरूरत नहीं
गोरखपुर की घटना, जिसमें BSF के शहीद हेड कॉन्स्टेबल प्रेम सागर के घर पर स्थानीय प्रशासन द्वारा लगाए गए एयर-कंडीशनर और सोफा योगी के दौरे के बाद हटा लिए गए थे, के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘प्रशासन की यह गलती थी, जवाबदेही तय की गई है। लेकिन मैं आपको जानकारी दे दूं, हमने वहां शहीद के नाम पर स्मारक बनाने के लिए कहा है। वहां उनके नाम पर इन्टर कॉलेज बनाने जा रहे हैं। लेकिन मीडिया की नजरें इन्टर कॉलेज और स्मारक पर नहीं गईं, उस परिवार को दी जाने वाली सहायता पर नहीं गईं, लेकिन पंखे और एसी पर चली गईं। मैंने पहले ही प्रशासन को कहा है कि मैं कहीं भी जाऊं, मेरे लिए विशेष व्यवस्था करने की जरूरत नहीं। यदि आगे से किसी ने ऐसा किया तो मैं स्वयं कार्रवाई करूंगा।’
स्वच्छता की दृष्टि से साबुन बांटना बुरी बात नहीं
27 मई को योगी के कुशीनगर दौरे के पहले दलितों को साबुन और शैम्पू बांटे जाने पर उन्होंने कहा, 'शैम्पू और साबुन खुशबू का प्रतीक नहीं है। हमारा अभियान इंसेफेलाइटिस के खिलाफ है। मैं पिछले 20 वर्षों से इस बीमारी से लड रहा हूं, इसका कोई उपचार नहीं है। प्रदेश के 38 जिलों में ये बीमारी है। केवल जागरुकता और बचाव ही एकमात्रा रास्ता है। जागरुकता में स्वच्छता और स्वच्छ पेयजल की आवश्यकता है। स्वच्छता की दृष्टि से लोगों को साबुन बांटना कोई बुरी बात नहीं, अगर किसी दलित को स्वच्छता के लिए प्रशासन ने साबुन बांटा है, तो उसमें कोई बुराई नहीं। मैं कहता हूं कि इंसेफेलाइटिस से बचने के लिए हर व्यक्ति को रोज स्नान करना चाहिए, दातुन करना चाहिए, नाखुन काटना चाहिए।'
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव की पिछली सरकार ने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को 3,500 करोड़ रुपये पेंशन के रूप में बांट दिए। उन्होंने कहा, ‘ये नहीं चलेगा, बन्द होगा। और कहीं ऐसा न हो कि ज्यादा मांग करेंगे तो जांच शुरू हो जाएगी। और कहीं जांच शुरु होते-होते उसकी वसूली न प्रारम्भ हो जाए।’
अफगानिस्तान और पाकिस्तान पुराने वृहत्तर भारत के हिस्से
योगी आदित्यनाथ ने वृहत्तर भारत के बारे में भी अपने विचार व्यक्त किए जिसके अंतर्गत अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश और भारत आते हैं। उन्होंने कहा, ‘अफगानिस्तान और पाकिस्तान तो पुराने वृहत्तर भारत के ही हिस्से थे। रामायण और महाभारत में कैकेयी और गांधारी इन्हीं हिस्सों से थीं। बाद में परिस्थितियां बदलीं, इतिहास ने तांडव किया, और वे क्षेत्र भारत से अलग होते गए। हो सकता है इतिहास करवट ले, अगर जर्मनी एक हो सकता है, तो ये मान करके चलिए कि वो दिन जरूर आएगा, जिस दिन ISIS के तांडव को 'उस समुदाय' के लोग अगर रोकेंगे नहीं तो आगे की कार्रवाई के लिए, जो मैंने कहा है, वही होने वाला है (अपने पुराने लेखों में)।’
आप की अदालत में योगी आदित्यनाथ का इंडिया टीवी पर प्रसारण आज रात 10 बजे होगा। इस शो को रविवार 4 जून सुबह 10 बजे और रात में 10 बजे फिर से प्रसारित किया जाएगा।