नई दिल्ली: बच्चों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार बीजेपी नेता जूही चौधरी को पकड़ने के लिए CID ने अनोखा जाल बिछाया था। जूही को पकड़ने के लिए CID ऑफिसर ने साधु का वेश धारण किया था। भारत नेपाल सीमा पर 3 दिनों तक साधु के वेश में रहने के बाद जूही को पकड़ना संभव हो पाया। इस दौरान जब तक जूही दिखाई नहीं दी CID ने छापा नहीं मारा।
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CID के मुताबिक दार्जिलिंग के खरीबारी में जूही के मोबाइल का टॉवर लोकेट हुआ। दरअसल जूही अपना मोबाइल फोन नहीं इस्तेमाल कर रही थी। वह तीन से चार दूसरे मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रही थी, जो उसके नाम से नहीं बल्कि उसके रिश्तेदारों के नाम से था। रिश्तेदारों के मोबाइल फोन पर नजर रखने के दौरान ही जूही की लोकेशन का पता चल पाया। CID का कहना है कि जूही ने इस दौरान दिल्ली में कई प्रभावशाली नेताओं से बात की, तभी पता चला कि खरीबारी मैं जूही मौजूद है। इसके बाद साधु के वेश में CID के 2 ऑफिसर खरीबारी पहुंच गए।
खारीबारी में काफी मंदिर हैं। साधु के वेश में गांव वालों से सूचनाएं एकत्रित करनी शुरू की। 3 दिन बाद जब CID को इस गांव में जूही दिखाई दी तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान जब साधु के वेश में CID ऑफिसर्स थे तब गांव के कई लोगों ने पूजा-पाठ के लिए इनको घर बुलाया। इनमें से एक जूही के रिश्तेदार भी थे। इसी घर में पूजा-पाठ के दौरान 28 फरवरी की शाम जूही दिखाई दी, इसके बाद ही उसे पकड़ लिया गया।