तिरुचिरापल्ली। तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली शहर में एक शोरूम से हुई 24 किलो ज्वेलरी की चोरी की घटना से आखिरीकार पर्दा उठ गया है। पुलिस ने इस चोरी के मुख्य आरोपी मुरुगन को गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर आभूषण बरामद कर लिए हैं।
नदी किनारे छिपाए थे आभूषण
मुरुगन ने चोरी किये गए 24 किलो आभूषणों में से 12 किलो तमिलनाडु के थिरूवारुर शहर में कावेरी नदी के किनारे छिपाकर रख दिए थे। इस वारदात के बाद तमिलनाडु पुलिस के गंभीर तालाशी अभियान से घबराकर 12 अक्टूबर को इस वारदात के मास्टरमाइंड मुरुगन ने बेंगलुरु पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। बेंगलुरु के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में मुरुगन के खिलाफ कई केस चल रहे हैं।
बता दें कि 1 और 2 अक्टूबर की दरमियानी रात जानवरों का मुखौटा पहनकर मुरुगन ने अपने एक और साथी महेश के साथ चोरी की इस वारदात को अंजाम दिया था। चोरी की इस घटना के बाद तमिलनाडु पुलिस आरोपी महेश और उसके एक साथी को गिरफ्तार करने में कामयाब हो गयी थी।
महेश की गिरफ्तारी के बाद मुरुगन को पता चल गया था कि वो अब कभी भी पकड़ा जा सकता है, कुछ दिनों तक तमिलनाडु पुलिस के साथ लुकाछिपी का खेल खेलने वाले मुरुगन ने आखिरकार बेंगलुरु पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। पूछताछ में मुरुगन ने उस ठिकाने के बारे में बताया जहां उसने चोरी के बचे हुए सोने के गहने और हीरों को छिपाकर रखा था।
बेंगलुरु पुलिस की एक टीम मुरुगन को लेकर थिरूवारुर गयी और कावेरी नदी के किनारे उस ठिकाने को खोदकर चोरी की ज्वैलरी को बरामद कर लिया। इस बरामदगी के बाद ललिता ज्वेलरी से चोरी हुए अधिकांश आभूषणों को रिकवर कर लिया गया है।
कुत्ते बिल्ली के मुखौटे पहनकरी की चोरी
ललिता ज्वेलर्स नामक मशहूर ज्वेलरी शॉप से कुत्ते और बिल्ली का मास्क पहने चोर करोड़ों के आभूषण चुरा कर फरार हो गए थे। खोजी कुत्ते उन तक ना पहुंच पाए इसके लिए चोरों ने फर्श पर मिर्च पाउडर भी बिखेर दिया था। चोरी हुई ज्वेलरी की कीमत करीब 13 करोड़ रुपये बताई गई थी।
ज्वेलरी शोरूम के पिछले हिस्से मे किया सुराख
तिरुचिरापल्ली शहर के चत्रम इलाके में मौजूद बस अड्डे के पास तीन मंजिला ललिता ज्वेलर्स शोरूम मौजूद है। इस शोरूम के पास एक इंजीनियरिंग कॉलेज है। इस कॉलेज के मैदान के एक हिस्से को दुपहिया और चार पहिया वाहनों की पार्किंग के लिए ठेके पर दिया गया है। इस पार्किंग से ज्वेलरी शोरूम का पिछला हिस्सा सटा हुआ है और इसी बात का फायदा चोरों ने उठाया।
पुलिस के मुताबिक इस पार्किंग के रास्ते से वे बिल्डिंग के पिछले हिस्से में पहुंचे। इमारत के पिछले हिस्से में एक सुराख बनाया और उस सुराख के रास्ते 1 अक्टूबर की आधी रात के बाद 2:30 बजे शोरूम के भीतर दाखिल हो गए। सीसीटीवी कैमरे में दर्ज हुई तस्वीरों से पता चलता है कि 2 चोर बिल्ली और कुत्ते का मुखौटा पहनकर शोरूम के ग्राउंड फ्लोर में नजर आ रहे हैं।
यह वारदात तब हुई जब बिल्डिंग के अगले हिस्से में कम से कम 5 सिक्योरिटी गार्ड शोरूम की निगरानी कर रहे थे। इन चोरों ने शोरूम के अंदर करीब डेढ़ घंटे का वक्त बिताया और ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर में रखे सोने प्लैटिनम और डायमंड के सारे आभूषणों पर हाथ साफ कर दिया और उसी सुराख के रास्ते से वहां से चंपत हो गए।
2 अक्टूबर की सुबह हुई चोरी की जानकारी
2 अक्टूबर की सुबह जब शोरूम के कर्मचारी शोरूम खोलने के लिए पहुंचे तब उन्हें पता चला कि बिल्डिंग के पिछले हिस्से में सुराख किया गया है। इस बात की जानकारी ललिता ज्वेलर्स के मालिक किरण कुमार और पुलिस को दी गई। इसके बाद जब शोरूम खोला गया तो पता चला कि ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर रखें सभी आभूषण गायब हैं। पुलिस ने तत्काल 7 स्पेशल टीम का गठन कर जांच शुरू कर दी और इस मामले में अब तक मुख्य आरोपी मुरुगन सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।