इंदौर: तमाम अफवाहों और अटकलों पर विराम लगाते हुए केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिवप्रताप शुक्ला ने सोमवार को साफ किया कि सरकार 2,000 रुपये का नया नोट बंद करने के किसी भी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही है। शुक्ला ने स्थानीय भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं के सवालों पर कहा, "फिलहाल 2,000 रुपये का नया नोट बंद करने का कोई भी प्रस्ताव हमारे सामने विचाराधीन नहीं है।" उन्होंने बताया कि पिछले महीने सामने आये नकदी संकट को देखते हुए खासकर 500 रुपये के नोटों को पर्याप्त मात्रा में जारी किया गया है। फिलहाल देश भर के एटीएम में नकदी की किल्लत नहीं है।
पेट्रोलियम पदार्थों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाने की जोर पकड़ती मांग पर वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि इस बारे में सभी राज्यों की सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, "हम राज्यों पर अपनी राय थोप नहीं सकते कि पेट्रोलियम पदार्थों को नयी कर प्रणाली के तहत लाया ही जाये, क्योंकि उनकी अपनी कठिनाइयां हो सकती हैं। हम इस सिलसिले में राज्यों की सहमति की प्रतीक्षा कर रहे हैं।"
वित्त राज्य मंत्री ने एक सवाल पर इस आरोप को सिरे से खारिज किया कि जीएसटी के चलते महंगाई बढ़ी है।
उन्होंने कहा, "फिलहाल देश में करीब 40 वस्तुएं ही ऐसी हैं जिस पर जीएसटी के तहत सर्वाधिक 28 प्रतिशत का कर लगाया जाता है। शेष सभी वस्तुओें पर 18, 12 और पांच प्रतिशत की दर से जीएसटी लगाया जाता है। जीएसटी के चलते कई वस्तुएं पहले के मुकाबले सस्ती भी हुई हैं।"