नई दिल्ली: बिहार में बाढ़ से आज और तीन लोगों की मौत होने के साथ ही मृतकों की संख्या 162 हो गई है, वहीं उत्तर प्रदेश में नदियों का जलस्तर कम होने से हालात में कुछ सुधार हुआ है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तेज बारिश से एक ओर जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली, वहीं दूसरी ओर सड़कों पर भीषण जाम का भी सामना करना पड़ा। बिहार में गंगा सहित अन्य नदियों में आई बाढ़ के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान और तीन लोगों मौत हुई है जबकि लगभग 37.74 लाख आबादी प्रभावित है।
बिहार आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश में हाल में आई बाढ़ से पिछले 24 घंटे के दौरान खगड़िया में तीन लोगों की मौत हुई है। राज्य में इस वर्ष दूसरी बार आई बाढ़ में अब तक कुल 162 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि प्रदेश के 24 जिलों की करीब 71.70 लाख आबादी इससे प्रभावित हुई है। राज्य में इनदिनों गंगा नदी के बढ़े हुए जलस्तर एवं तेज जल प्रवाह के कारण इस नदी के किनारे अवस्थित जिलों जैसे बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगडि़या, मुंगेर, भागलपुर एवं कटिहार जिलों में कमोबेस बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
पटना, वैशाली, भोजपुर एवं सारण जिला के दियारा क्षेत्र (नदी किनारे वाले इलाके) बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं। बिहार से गुजरने वाली गंगा नदी के जलस्तर में प्रदेश में पांच स्थानों पर गिरावट होने के साथ इसका जलस्तर दो स्थानों पर स्थिर बना रहा। केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार के सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध सुरक्षित हैं। केन्द्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक गंगा नदी के जलस्तर में आज दोपहर 12 बजे तक बिहार में पांच स्थानों बक्सर, दीघाघाट, गांधीघाट, हाथीदह और कहलगांव में गिरावट होने के साथ इसका जलस्तर दो स्थानों मुंगेर और भागलपुर में स्थिर बना हुआ था।