नई दिल्ली: रजनी पंडित जो भारत की पहली महिला जासूस के नाम से प्रसिद्ध हैं, को ठाणे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने रजनी के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन पर अपने क्लाइंट्स के लिए अवैध तरीके से कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स पाने का गंभीर आरोप लगाया गया है। पुलिस ने गुरुवार को अवैध रूप से सोर्सिंग और सीडीआर बेचने के चलते जासूसों के गिरोह का भंडाफोड़ कर चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
इस गिरोह में रजनी पंडित भी शामिल हैं। रजनी एक पुलिस अधिकारी की बेटी हैं। समरेश झा नाम के एक जासूस को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें उनके घर से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। समरेश ने पुलिस को रजनी के द्वारा गैर कानूनी तरीके से कॉल डिलेल्स रिकॉर्ड की बात कही थी, वह इन कॉल डिटेल्स को रजनी के कहेनुसार सोर्स करता था और इसे मोटी कीमत में बेचते थे।
वहीं, इस मामले पर पुलिस का कहना है कि अभी रजनी के बारे में इसको लेकर कोई ठोस सबूत नहीं है। वहीं, ठाणे पुलिस प्रमुख परम बीर सिंह ने बताया, 'पंडित की भूमिका इस रैकेट में स्पष्ट रूप से सामने आई है। जो लोग घोटाले में शामिल हैं, देश के किसी भी कोने में छिपे हों बख्शे नहीं जाएंगे।'
इस मामले में पुलिस ने 2 अन्य जासूसों को भी गिरफ्तार किया है, जो ग्राहकों से एक बड़ी राशि के लिए सीडीआर देने का वादा किया करते थे। पुलिस ने दिल्ली के एक व्यक्ति पर जीरो एफआईआर दर्ज की है जो आरोपियों को लगातार सीडीआर उपलब्ध कराता था। फिलहाल पुलिस इस मामले की पूरी जांच कर रही है।