गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वस्त्र क्षेत्र कृषि व उद्योग के बीच सेतु का काम करता है। मोदी ने यहां अंतर्राष्ट्रीय वस्त्र सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद कहा, "वस्त्र एक ऐसा क्षेत्र है, जो कृषि क्षेत्र व उद्योग के बीच सेतु का काम करता है।" सम्मेलन में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शिरकत कर रहे हैं।
मोदी ने कहा कि भारत में वस्त्र को लेकर सबसे उदार नीति है, क्योंकि इस क्षेत्र में 100 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में जूट, ऊन तथा मानव निर्मित रेशे सहित कच्चे सामग्री की प्रचुर आपूर्ति है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमें विशेष लाभ मिला है, जो कई देशों के पास नहीं है।" उन्होंने कहा कि देश में उचित कीमत पर कौशलयुक्त युवा मजदूर उपलब्ध हैं।उन्होंने कहा कि वर्तमान में घरेलू वस्त्र तथा जीवनशैली से संबंधित उत्पादों का 85 अरब डॉलर का बाजार है, जिसके साल 2015 तक 160 अरब डॉलर का हो जाने की संभावना है।
मोदी ने कहा, "हमारी सरकार ने वस्त्र क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया है। वस्त्र क्षेत्र को मजबूती देने के लिए पिछले साल एक विशेष वस्त्र पैकेज की शुरुआत की गई।"उन्होंने कहा, "पैकेज में सरकार ने घोषणा की है कि उद्योगों द्वारा रखे गए नए मजदूरों के भविष्य निधि का वहन सरकार करेगी।" भारत दुनिया में वस्त्रों का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है।