जम्मू: जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किये जाने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित जाने के बाद पहली बार यहां के दौरे पर आये केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर युवा जम्मू कश्मीर के विकास में शामिल होंगे, तो आतंकवादी अपने नापाक मंसूबों में विफल हो जायेंगे। जम्मू में एक रैली को संबोधित करते हुये शाह ने कहा, ‘‘जम्मू के लोगों को नजरअंदाज करने का वक्त अब समाप्त हो गया है, जम्मू और कश्मीर, दोनों का विकास अब साथ-साथ होगा ।’’
'जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया होगा'
अमित शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर के विकास में कोई भी रोड़े नहीं अटका पाएगा। शाह ने कहा, ‘‘अगर युवा जम्मू कश्मीर के विकास में शामिल होंगे, तो आतंकवादी अपने नापाक मंसूबों में विफल हो जाएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर में अब तक 12 हजार करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है और हमारा लक्ष्य 2022 के अंत तक इसे 51 हजार करोड़ रुपये करने का है।’’ शाह ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य है कि कोई भी नागरिक हिंसा में न मारा जाए और जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया हो।’’
'अब इन तीन परिवारों की दादागिरी नहीं चलेगी'
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कल ये तीन परिवार वाले मुझसे सवाल पूछ रहे थे कि क्या देकर जाओगे? मैं तो हिसाब लेकर आया हूं कि क्या देकर जाऊंगा। मगर 70 साल तीन परिवार वालों ने जम्मू-कश्मीर में राज किया, आपने क्या दिया इसका हिसाब लेकर आओ। इन तीन परिवारवालों ने 70 साल तक जम्मू-कश्मीर को क्या दिया, 87 विधायक, 6 सांसद। मोदी जी ने 30,000 लोगों को चुने हुए प्रतिनिधि बनाने का काम किया है, हर गांव के अंदर पंचायत बनी है। अब इन तीन परिवारों की दादागिरी नहीं चलेगी।
जम्मू और श्रीनगर में मेट्रो की शुरुआत होने वाली- शाह
गृह मंत्री ने कहा कि जब जम्मू वाले दिल्ली जाते थे तो अपने बच्चों मेट्रो में बैठाते थे, दो साल के बाद मेट्रो में बैठाने के लिए बच्चों को दिल्ली नहीं ले जाना है। मेट्रो ही जम्मू में आ जाएगी, जम्मू और श्रीनगर के अंदर मेट्रो की शुरुआत होने वाली है। मैं आज जम्मू ये कहने आया हूं कि जम्मू वालों के साथ अन्याय का समय समाप्त हो चुका है, अब कोई आपके साथ अन्याय नहीं कर सकता। यहां पर विकास का जो युग शुरू हो रहा है उसमें खलल पहुंचाने वाले, खलल डाल रहे हैं लेकिन विकास के युग में कोई खलल नहीं डाल पाएगा।
अब महाजन, सिख, खत्री समुदाय के लोग भी जमीन खरीद सकते हैं- मनोज सिन्हा
गृह मंत्री अमित शाह ने यहां प्रशासनिक विभागों के लिए नियुक्ति पत्र भी बांटे। इस दौरान उनके साथ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे। जम्मू में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि अनेक लोग कहते हैं कि दो साल में बदला क्या है? 70 साल से यहां जाति के आधार पर लोगों को अधिकार था कि जमीन खरीद सकते थे या नहीं, उस कानून को बदल दिया गया। अब महाजन, सिख, खत्री समुदाय के लोग भी जमीन खरीद सकते हैं, ये व्यवस्था इसी शासन में हो सकती है। इससे पहले, अधिकारियों ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच शाह रविवार को यहां पहुंचे और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जम्मू के नये परिसर का उद्घाटन किया।
अमित शाह ने जम्मू के गुरुद्वारे में शांति एवं समृद्धि के लिए प्रार्थना की
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को यहां डिगियाना गुरुद्वारा में मत्था टेका और शांति एवं समृद्धि के लिए प्रार्थना की। अधिकारियों ने बताया कि एक जनसभा को संबोधित करने के बाद शाह दोपहर में गुरुद्वारा पहुंचे और इस दौरान जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा तथा केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी उनके साथ थे। गृह मंत्री ने अपने तीन दिवसीय जम्मू कश्मीर दौरे के दूसरे दिन एक अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया और उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जम्मू स्थित केंद्र के तीसरे चरण के कार्य की आधारशिला भी रखी। शाह ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में शुरू हुए विकास के दौर को कोई भी रोक नहीं सकता है। उन्होंने कहा, ''यह माता वैष्णो देवी के मंदिर और प्रेम नाथ डोगरा की धरती है। यह श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संघर्षों की धरती है। हम जम्मू-कश्मीर में शांति को बाधित नहीं होने देंगे।'' पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किये जाने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किए जाने के बाद शाह का यह पहला जम्मू कश्मीर दौरा है।