नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किेए गए 6 में से 2 आतंकियों को पाकिस्तान में आईएसआई ने ब्रिज और रेलवे ट्रैक उड़ाने की स्पेशल ट्रेनिंग दी थी। देश की राजधानी दिल्ली समेत देश के अन्य हिस्सों को धमाकों से दहलाने की साजिश के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इन्हें गिरफ्तार किया था। इनमें से दो आतंकियों ओसामा और जीशान को पाकिस्तान में पाक फौज और आईएसआई ने ट्रेनिंग दी थी। ये आतंकी महत्वपूर्ण ट्रेनों के रूट और उनकी टाइमिंग के डिटेल्स इकट्ठा कर रहे थे। इन लोगों की प्लानिंग ऐसे ब्रिज और रेलवे लाइन की रेकी करने की थी जहां ब्लास्ट होने पर बड़ी संख्या में जनहानि हो। इसके लिए पाकिस्तान में इन्हें आईएसआई ने स्पेशल ट्रेनिंग दी थी।
ओसामा और जीशान से पूछताछ में यह पता चला है कि इन्हें पाकिस्तान में उसी जगह ट्रेनिंग दी गई थी जहां 26/11 हमले के आतंकी कसाब को ट्रेनिंग दी गई थी। ओसामा और जीशान को भी आईएसआई ने कराची के पास थट्टा में ट्रेनिंग दी थी। थट्टा वही कस्बा है जहां 26/11 के आतंकी 'अजमल आमिर कसाब' को आईएसआई और नेवी एलीट फोर्स (स्पेशल सर्विस ग्रुप) ने ट्रेनिंग दी थी।
जांच में पता चला है कि आतंकियों को गाजी नाम के एक मेजर या लेफ्टिनेंट रैंक के अधिकारी के तहत प्रशिक्षित दिया गया था।जब्बार और हमजा नाम के दो अधीनस्थ थे।ओसामा और जीशान को नावों द्वारा पाकिस्तान ले जाया गया। वे कई छोटी समुद्री यात्राओं के बाद पाकिस्तान पहुंचे, कई बार नावें बदलते हुए। उन्हें एक शहर जियोनी (ग्वादर बंदरगाह, पाकिस्तान के पास) ले जाया गया। वहां उनका एक पाकिस्तानी ने स्वागत किया जो उन्हें पाकिस्तान के थट्टा में एक फार्म हाउस में ले गया।
थट्टा के फार्म हाउस में तीन पाकिस्तानी नागरिक थे। इनमें से दो, जब्बार और हमजा ने उन्हें प्रशिक्षण दिया। ये दोनों पाकिस्तानी सेना से थे क्योंकि उन्होंने सैन्य वर्दी पहनी थी। हमजा दीवानी कपड़ा पहनते था लेकिन शिविर में उसका लोग काफी सम्मान करते थे। यहां इन ओसामा और जीशान को बम और आईईडी बनाने, आगजनी करने का प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें AK-47 चलाने की भी ट्रेनिंग दी गई थी।