श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर सबजार बट के अंतिम संस्कार के दौरान हथियार लहराने वाले एक युवा आतंकवादी ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। बुधवार को यह घोषणा की गई। पुलिस के एक प्रवक्ता ने उसकी पहचान हंदवाड़ा में कुलगाम के रहने वाले दानिश अहमद के रूप में की है। वह देहरादून में बी.एससी. तृतीय वर्ष का छात्र है। सबजार बट के अंतिम संस्कार के दौरान सैनिकों वाली जैकेट पहने अहमद की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई, जिसमें उसके जैकेट में एक ग्रैनेड रखा भी दिख रहा था।
दानिश हंदवाड़ा में पिछले साल सुरक्षा बलों के खिलाफ पत्थरबाजी भी शामिल रहा है। पुलिस एक बार दानिश को हिरासत में भी ले चुकी थी, लेकिन उसके शैक्षिक करियर के मद्देनजर उसे रिहा कर दिया गया था। पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, "जब पता चला कि दानिश आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया है, तो पुलिस और राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने उसके माता-पिता से संपर्क साधा और उन्हें अपने बेटे को आत्मसमर्पण करने के लिए मनाने में सफल रहे।"
अहमद ने पुलिस को बताया कि वह सोशल मीडिया के जरिए दक्षिणी कश्मीर के आतंकवादियों के साथ संपर्क में था और वह उन लोगों के कहने पर ही आतंकवादी बनने के लिए तैयार हुआ था। प्रवक्ता ने कहा, "हिजबुल के कमांडरों ने उसे उत्तरी कश्मीर में युवाओं को सक्रिय करने और दक्षिणी कश्मीर की तरह उत्तरी कश्मीर को भी आतंकवादियों का गढ़ बनाने के लिए कहा था।" प्रवक्ता के अनुसार, "हालांकि, कुछ दिनों तक दक्षिण कश्मीर में आतंकवादियों के साथ रहने के बाद उसे आतंकवाद अपनाने की निर्थकता का अहसास हुआ।"