श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के एक अस्पताल के लश्कर के तैयबा के एक आतंकवादी को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के ‘स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप’ ने उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा जिले में हाजिन इलाके के निवासी निसार अहमद डार को शहर के श्री महाराजा हरि सिंह अस्पताल से गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि डार का संबंध लश्कर-ए-तैयबा संगठन से था और इस संबंध में विस्तृत जानकारी अभी नहीं मिली है।
बता दें कि जम्मू कश्मीर में 2019 में 160 आतंकवादी मारे गये और 102 गिरफ्तार किये गये। यह जानकारी राज्य के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने 31 दिसंबर 2019 को दी थी। उन्होंने कहा कि "जम्मू कश्मीर 2019 के दौरान 160 आतंकवादियों का मार गिराया गया और 102 को गिरफ्तार किया गया जबकि 250 आतंकवादी अब भी सक्रिय हैं लेकिन आतंकवाद से जुड़ने वाले युवाओं में कमी आयी है।"
उन्होंने कहा कि 2018 की तुलना में 2019 में आतंकवादी घटनाओं में 30 फीसदी कमी आयी, कम नागरिकों की जान गयी तथा कानून व्यवस्था से जुड़ी घटनाओं में 36 फीसद गिरावट आयी। सिंह ने यहां पुलिस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘2018 में ऐसे 218 (स्थानीय) युवक आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए थे जबकि 2019 में 139 युवक इन संगठनों का हिस्सा बने।’’
पुलिस प्रमुख ने कहा, ‘‘बाकी का सफाया किया गया क्योंकि आतंकवाद से जुड़ने के बाद उनकी जिंदगी महज 24 घंटे से लेकर दो-महीने तक रही। बमुश्किल ही कुछ पुराने आतंकवादी बचे हुए हैं जिनमें जहांगीर सरूरी और रियाज नायिकू शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा कि 2019 में कानून व्यवस्था से जुड़ी 481 घटनाएं हुईं जबकि 2018 में 625 ऐसी घटनाएं हुई थीं।
सिंह ने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर में 250 आतंकवादी सक्रिय हैं। 2018 की तुलना में इस साल सक्रिय आतंकवादियों की संख्या घटी है।’’ उन्होंने कहा कि इस साल 80 फीसद आतंकवाद निरोधक अभियान सफल रहे और विदेशियों समेत 160 आतंकवादी मारे गये।" उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर पुलिस के 11 जवान और अन्य सुरक्षाबलों के 72 जवान शहीद हो गये।’’ सिंह ने कहा कि इस साल (2019) 102 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया जबकि 10 आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण किया।"
उन्होंने कहा कि आतंकवाद निरोधक अभियान में अन्य लोगों की जान नहीं गयी क्योंकि लोगों ने पूर्ण सहयोग किया। उन्होंने कहा, ‘‘इस साल (आतंकवाद निरोधक अभियानों के दौरान) कानून व्यवस्था की समस्या नहीं आयी।’’ पुलिस प्रमुख ने कहा, ‘‘इस साल सीमापार से बड़ी संख्या में घुसपैठ की कोशिश और संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं हुईं। लेकिन सुरक्षाबलों ने इन कोशिशों की सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया। 2019 में 130 घुसपैठियों ने घुसपैठ की जबकि पिछले साल 143 ने ऐसा किया था।’’
(इनपुट- भाषा)