नई दिल्ली: हर मोर्चे पर मात खा चुके आतंकियों को पाकिस्तान में बैठे आकाओं से नया फरमान मिला है। सेना और पुलिस से कांप रहे आतंकियों ने अब भोले भाले शिव भक्तों को मारने का प्लान बनाया है। सेना की लगातार कार्रवाई से कश्मीर में दुबके हुए आतंकियों को अमरनाथ यात्रा में हमले का ऑर्डर मिला है। लेकिन पुलिस को आतंकियों के प्लानिंग की जानकारी पहले ही मिल चुकी है और अमरनाथ यात्रा के लिए अभेद सुरक्षा कवच भी तैयार कर लिया गया है।
एकतरफ आस्था का ये दरबार श्रद्धालुओं के लिए सजाया जा रहा है तो दूसरी तरफ देश के दुश्मन शिव के भक्तों के खिलाफ रच रहे हैं बहुत बड़ी साजिश। प्लानिंग भक्तिमय यात्रा में बड़े पैमाने पर खून खराबा करने की है और टारगेट पर शिव के भक्त और उनकी सुरक्षा में तैनात जवान हैं। आतंकियों की इस प्लानिंग का खुलासा एक टॉप सीक्रेट चिट्ठी से हुआ है। कश्मीर जोन के आईजी ने इस टॉप सीक्रेट लेटर को सीआरपीएफ के आईजी ऑपरेशन, आईजी प्रशासन, 15 कॉर्प के हेडक्वार्टर और सभी डीआईजी को भेजा है।
यात्रा से 3 दिन पहले चेतावनी वाली चिट्ठी
इस चिट्ठी में साफ-साफ लिखा गया है कि अंनतनाग के एसएसपी के जरिए जो खुफिया जानकारी मिली है उसके मुताबिक आतंक के आकाओं ने अमरनाथ यात्रा में बड़े हमले का फरमान दिया है, आतंकी सौ से एक सौ पचास श्रद्धालु और करीब सौ सुरक्षा बलों को निशाना बना सकते हैं। ये हमला यात्रियों के काफिले पर अचानक फायरिंग करके भी किया जा सकता है और आतंकी ऐसा हमला कर देश भर में संप्रदायिक तनाव का माहौल बना सकते हैं।
कश्मीर में छिपे आतंकियों को ये फरमान पाकिस्तान में बैठे आतंक के आकाओं ने दिया है। आतंकियों को ये फरमान भले ही यात्रा शुरू होने से ठीक पहले मिला हो लेकिन सरकार ने पहले ही अमरनाथ यात्रियों के सुरक्षा को पुख्ता करने का हर इंतजाम कर दिया है। इस बार इस यात्रा में हाईवे से लेकर मुख्य गुफा तक सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ को सौंपी गई है और सीआरपीएफ ने काफी पहले से ही पूरे रुट की सुरक्षा को अपने कब्जे में ले लिया है। सीआरपीएफ सेना और पुलिस ने मिलकर सुरक्षा का ऐसा प्लान तैयार किया है कि आतंकियों को उनकी जरा सी गुस्ताखी पर मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।
श्रद्धालुओं के लिए अभेद सुरक्षा कवच
आतंकियों से निपटने के लिए सीआरपीएफ ने सिर्फ जवानों की मुस्तैदी और उनकी तैनाती ही नहीं बढ़ाई है बल्कि कई नए हथियार और उपकरणों की मदद ली जा रही है। आसमान से चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए इस बार यूएवी का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि आतंकियों को दूर से ही देखा जा सके और उनके हमले से पहले ही जवाबी हमला किया जा सके।
सीआरपीएफ के सीनिय़र अफसरों ने पहले रूट का पूरा मुआयना कर लिया है और यूएवी त्रिनेत्र की तरह ही कई जैमर लगवाए जाएंगे ताकि आतंकी किसी भी तरह धमाके को अंजाम न दे सकें। श्रद्धालुओं के बेस कैंप की सुरक्षा भी इस बार कड़ी होगी। अभी से सभी कैंप्स को सेनेटाइज किया जा रहा है...एक एक चीज की कड़ी तलाशी ली जा रही है।
देखिए वीडियो-
आतंकियों ने अगर अमरनाथ यात्रियों की तरफ आंख उठाकर देखने की कोशिश की तो उनका पाला इन्हीं ट्रेंड कमांडो से होगा। ये जवान किसी भी हालात से निपटने में सक्षम हैं इनके पास आधुनिक हथियार हैं और ये काफी तेजी के साथ अपने दुश्मन को खत्म करने के लिए ट्रेंड हैं। अमरनाथ यात्रा में हजारों यात्री पवित्र गुफा के दर्शन करते हैं। इस बार 29 जून को श्रद्धालुओं का पहला जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन करेगा। हालात को देखते हुए इसबार यात्रियों को भी चौकन्ना रहने की जरूरत है ताकि दुश्मन की आहट मिलते ही फौरन देश के इन वीर जवानों को उनकी सूचना दी जा सके।