नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन से घबराये आतंकियों की एक नई साजिश का खुलासा हुआ है। खुफिया सूचना के मुताबिक आतंकी संगठन अब घाटी के बच्चों को हथियार बनाकर दहशत फैलाने का मंसूबा तैयार कर रहे हैं। पुलिस ने करीब ऐसे सौ बच्चों की लिस्ट तैयार की है जिन्हें बरगलाकर आतंकी भीड़ भाड़ वाली जगहों पर हमला करवाने की फिराक में हैं। पुलिस ने सौ में से साठ बच्चों को रेस्क्यू कर उनसे और उनके परिवार से बातचीत शुरू कर दी है। ये भी पढ़ें: कोलकाता की रैली में मौलाना की धमकी, 'हम 72 भी होते हैं तो लाखों का जनाजा निकाल देते हैं'
सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा एजेंसीज़ को खुफिया विभाग से एक रिपोर्ट मिली है जिसके मुताबिक ऑपरेशन ऑल आउट से आतंकियों की हालत खराब है और वे बैकफुट पर आ चुके हैं। सुरक्षाबलों की मुस्तैदी की वजह से आतंकियों ने नई साज़िश को अंजाम देना शुरू कर दिया है। आतंकी अब बच्चों से भीड़ भाड़ वाली जगहों पर ग्रेनेड फेंकवाने और दूसरी आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिलाने की फिराक में हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 100 से भी ज्यादा ऐसे बच्चे हैं जिन पर आतंकियों की नज़र है।
इस सूचना के बाद पुलिस ने कश्मीर के विभिन्न इलाकों से इन बच्चों को खोज कर इनकी और इनके परिजनों की काउंसलिंग की है। जानकारी के मुताबिक अब तक पुलिस ने 60 बच्चों का रेस्क्यू किया है और बाकी बच्चों की खोज जारी है। पुलिस ने कई ऐसे आतंकी और ग्राउंड वर्कर्स को गिरफ्तार भी किया है जिनको आतंकियों ने बच्चों को बरगलाने का काम सौंपा था। इसके अलावा ऑपरेशन ऑल आऊट की वजह से आतंकियों में दहशत है। आलम ये है कि अब मुठभेड़ के दौरान आतंकी लगातार आत्मसर्पण कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस का भी कहना है कि अगर आतंकी सुरक्षाबलों पर गोली चलाने की जगह हथियार डाल दें तो पुलिस और सरकार भटके हुए आतंकियों को मुख्यधारा से जुड़ने का पूरा मौका देगी। लेकिन पाकिस्तान की तरफ से कश्मीरी नौजवानों का बरगलाने का नापाक खेल बदसतूर जारी है।
पहले आतंकी नाबालिग पत्थरबाज़ों का सहारा लेकर मौके से भागने की कोशिश करते थे लेकिन अब जब उनकी ये साज़िश फेल होने लगी है तो अब बच्चों के हाथों में हथियार और बारूद थमाकर कायर आतंकी अपनी साज़िशों को अंजाम देना चाहते हैं।