नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है और पाकिस्तान में आईएसआई द्वारा प्रशिक्षित दो आतंकवादियों सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। देश के तीन राज्यों के अलग-अलग शहरों से गिरफ्तार इन 6 आतंकियों से स्पेशल सेल के दफ्तर में जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। पुलिस के मुताबिक, ये आतंकवादी देश में आगामी त्योहारों के दौरान कई विस्फोट करने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने कहा कि पाकिस्तान स्थित अनीस इब्राहिम, जो दाऊद इब्राहिम का भाई है, आतंकी योजना को अंजाम देने के लिए अंडरवर्ल्ड के गुर्गों से जुड़ा था। उन्होंने कहा कि पूछताछ से पता चला है कि पाकिस्तान के आतंकी मॉड्यूल को दो घटकों अंडरवर्ल्ड और पाक-आईएसआई प्रशिक्षित आतंकी मॉड्यूल के माध्यम से संचालित किया जा रहा था।
बड़ी साजिश का हिस्सा था ये टेरर मॉड्यूल
गिरफ्तार किए गए आतंकी जिशान और ओसामा ने बड़ा खुलासा किया है। जिशान और ओसामा ने बताया कि रेलवे पटरी और चलती ट्रेन में ब्लास्ट करना चाहते थे। देश भर में कई बड़े पुल आतंकियों के टारगेट पर थे। अगर अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते तो बड़ी तबाही मच जाती! अभी तक कि पूछताछ में एक बात बिल्कुल साफ है कि आतंक के इस मॉड्यूल के मंसूबे अगर पूरे हो जाते तो देश के तबाही आ जाती। सैकड़ों जाने जा सकती थीं। आतंकी के इस मॉड्यूल के 2 खूंखार आतंकियों ने जांच एजेंसियों के सामने जो खुलासे किए उसने एक बार फिर ISI और बाजवा की सेना के खूंखार चेहरों को बेनकाब कर दिया।
मिले थे बड़ी ट्रेन के रुट्स और टाइमिंग की डिटेल्स इकठ्ठा करने के निर्देश
आतंकियों के निशाने पर ब्रिज और रेल की पटरियां थीं। 1993 की तर्ज पर एक साथ सीरियल ब्लास्ट की साजिश थी। पूछताछ में आतंकी जिशान और ओसामा ने कबूल किया कि इसी साल अप्रैल महीने में ग्वादर पोर्ट पर जो इन्हें ट्रेनिंग दी गयी थी, उसमें ब्रिज और रेल की पटरियों को उड़ाने की तकनीक भी सिखाई गयी थी। कैसे चलती ट्रेन में RDX के जरिये धमाका कर ज्यादा से ज्यादा तबाही मचानी है ये भी इस ट्रेनिंग का हिस्सा था। सूत्रों के मुताबिक, जिशान और ओसामा को हिंदुस्तान लौटने के बाद बड़ी ट्रेन के रुट्स और उनके टाइमिंग की डिटेल्स इकठ्ठा करने के निर्देश दिए थे। इन्हें उन ब्रिज और रेलवे लाइन की रेकी करनी थी जहां ब्लास्ट होने पर ज्यादा से ज्यादा कैजुअल्टी हो। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस बार ठीक उस तरह से ब्लास्ट करने थे जैसे 1993 में किया गया था। इस बार अनीस के गुर्गों ने विस्फोटक और हथियार को ट्रांसपोर्ट करने की जिम्मेदारी ली थी। यानी, इस टेरर प्लान में 1993 की तरह ISI की इस आतंकी साजिश को पूरा लॉजिस्टिक D कंपनी को मुहैया करवाना था।
जानिए 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर दौड़ती ट्रेन से कैसे पकड़ा गया आतंकी
आतंकी जान मोहम्मद उर्फ समीर कालिया के पकड़े जाने की कहानी भी कम हैरतअंगेज नहीं है। दरअसल, खुफिया एजेंसी लगातार जान मोहम्मद और मूलचंद पर नजर रख रही थी। इसी बीच उनको ओसामा ओर जीशान के पाकिस्तान जाने की जानकारी भी मिली और ओसामा लगातार जान मोहम्मद के संपर्क में था। जान मोहम्मद जब दिल्ली के लिए निकला तो उसकी जानकारी एजेंसी ने स्पेशल सेल को दी। सेल की टीम भी गोल्डन टेम्पल ट्रेन में सफर कर रही थी। वो जान मोहम्मद के दिल्ली पहुचने का इंतजार कर रहे थे।
फरार आतंकियों पर नकेल कसने में लगी एजेंसियां
इसके बाद आतंकी समीर उर्फ जान मोहम्मद की निशानदेही पर दिल्ली के सराय काले खान से अबु बकर और ओखला से ओसामा को उठाया गया। अबु बकर सराएं कालेखां के पास किसी से मिलने के लिए इंतजार कर रहा था। इसके बाद फिर यूपी एटीएस के साथ उत्तर प्रदेश के 4 जिलों में एक साथ रेड करके अन्य तीन को गिरफ्तार किया गया। इनके अलावा भी पुलिस ने कुछ और संदिग्धों को हिरासत में लिया लेकिन अभी तक उनका कोई रोल सामने नहीं आया है। इसी बीच गुरुवार को मुम्बई एटीएस की 4 सदस्य टीम दिल्ली में स्पेशल सेल के दफ्तर पहुंची। मकसद था, गिरफ़्तार आतंकियों से पूछताछ कर महाराष्ट्र में मौजूद इस मॉड्यूल के स्लीपर सेल को बेनकाब करना। उधर, बाकी जांच एजेंसिया भी फरार आतंकियों पर नकेल कसने में लगी हैं।
देशभर की एटीएस टीम हाई अलर्ट पर है
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ओसामा के चाचा हुमैद की तलाश में है वो विदेश ना भाग जाए इसलिए उसके ख़िलाफ़ LOC जारी करने की तैयारी कर रही है। वहीं ओसामा के पिता को दुबई से भारत लाने के लिए रेड कॉर्नर नोटिस भी सीबीआई के जरिये जारी करेगी। इस माड्यूल के बेनकाब होने के बाद देशभर की एटीएस टीम हाई अलर्ट पर है। आने वाले फेस्टिवल सीजन को देखते हुए शुक्रवार को 1 दर्जन राज्यों की एटीएस टीम दिल्ली में एक कॉन्फ्रेंस कर ISI की इस आतंकी साजिश को मुंह तोड़ जवाब देने की रणनीति तैयार कर रही है।