श्रीनगर: उत्तर कश्मीर के बारामूला जिले में आतंकवादियों ने एक मकान पर हमला कर दिया, जिसमें ढाई साल की एक बच्ची सहित परिवार के चार सदस्य घायल हो गए। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि अज्ञात आतंकवादी डांगेरपोरा गांव में शुक्रवार देर रात एक मकान में घुस गए और गोलीबारी करने लगे। घटना में एक बच्ची सहित चार लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि हमलावर मौके से तुरन्त फरार हो गए। उनकी तलाश जारी है।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने इसे ‘‘आतंकवाद का एक बेरहम कृत्य’’ बताते हुए कहा कि आतंकवादियों ने गोलीबारी की, जिसमें एक बच्ची उस्मा जान सहित चार लोग घायल हो गए। उन्होंने कहा, ‘‘घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बनी है।’’ प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस मौके पर मौजूद है और आगे की जांच जारी है। अधिकारियों ने घटना में घायल हुए अन्य लोगों की पहचान मोहम्मद अशरफ डार, मोहम्मद रमजान डार और अर्शीद हुसैन के तौर पर की।
बता दें कि इससे इतर पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर नापाक हरकत करते हुए नियंत्रण रेखा (LoC) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। पाकिस्तान की इस हरकत का भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम चौकियों और गांवों को निशाना बनाया। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि कृष्णा घाटी सेक्टर पर सुबह करीब 8:45 बजे मार्टार दागे गए और गोलीबारी की।
आपको बता दें कि अनुच्छेद-370 के रद्द होने के बाद कश्मीर की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, लेकिन यह बात पाकिस्तान और आतंकियों को पच नहीं पा रही है। यही वजह है कि पाकिस्तानी सेना अक्सर आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए सीमा पर गोलीबारी का सहारा ले रही है। दरअसल, पाकिस्तान को उम्मीद थी कि अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद कश्मीर में व्यापक पैमाने पर विद्रोह होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। यही वजह है कि पाकिस्तानी सेना आतंकियों की घुसपैठ कराना चाहती है, ताकि कश्मीर को अशांत किया जा सके।