श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में एक मंदिर को कथित रूप से अपवित्र किए जाने के बाद पुलिस ने शनिवार को मामला दर्ज किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर चीजों की जांच के लिए जिले के मट्टन क्षेत्र के बार्गेशखा भगवती माता मंदिर पहुंचे। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है। अनंतनाग के उपायुक्त पीयूष सिंगला ने बताया कि अपराधियों को दंडित किया जाएगा और किसी को भी सामाजिक एवं सांप्रदायिक सदभाव में खलल नहीं डालने दिया जाएगा।
इस बीच, नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘‘अस्वीकार्य। मैं इस तोड़फोड़ की निंदा करता हूं और प्रशासन, खासकर जम्मू कश्मीर पुलिस से अपराधियों की पहचान करने की अपील करता हूं ताकि उन पर मुकदमा चल सके।’’ पीपुल्स डेमाक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता नईम अख्तर ने भी इस घटना की निंदा की और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित करने की मांग की।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मट्टन में माता के मंदिर में तोड़फोड़ से दुख पहुंचा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे (कश्मीरी) पंडित भाईयों को भरोसा दिलाना वक्त की जरूरत है।’’ इस घटना का विरोध करने के लिए सैकड़ों विस्थापित कश्मीरी पंडितों ने प्रदर्शन किया।
एम के योगी के नेतृत्व में कश्मीरी पंडित जगति शिविर स्थित अपने घरों से बाहर आए और उन्होंने विरोध रैली निकाली। उन्होंने सरकार विरोधी नारेबाजी की तथा आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। योगी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यदि हमारे मंदिर सुरक्षित नहीं हैं, यदि घाटी में हमारे लोग सुरक्षित नहीं हैं, तो कैसी कश्मीरी पंडित कश्मीर में अपने घर लौटेंगे। सरकार नाकाम हो गई है।’’