तेलंगाना: तेलंगाना के नारायण खेड़ से एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है। यहां टीआरएस विधायक के जन्मदिन समारोह पर सवाल उठाने वाले एक रीजनल चैनल के रिपोर्टर के घर पर गुरुवार को बुलडोजर चला दिया गया। स्थानीय निकाय के अधिकारियों का कहना है कि इस पत्रकार ने नियमों की अनदेखी करते हुए घर बनाया जबकि आरोप ये लग रहे हैं कि स्थानीय विधायक के दबाव में आकर पत्रकार के घर को तोड़ा गया है।
7 मई को टीआरएस के विधायक भूपाल रेड्डी ने लॉकडाउन के बावजूद बड़ी धूमधाम से अपना जन्मदिन मनाया था इस समारोह में तकरीबन 500 लोग जमा हुए थे जो कि नियमों का साफ-साफ उल्लंघन है, पत्रकार परमेश ने इस खबर को कवर किया और प्रसारित किया कि किस तरह से एक जनप्रतिनिधि ने लॉकडाउन के नियमों को ताक पर रखते हुए अपना जन्मदिन बड़े ही धूमधाम से मनाया। 60 किलो का केक काटा और साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के किसी भी नियम का पालन इस समारोह के दौरान नहीं किया गया।
अब यह कहा जा रहा है कि इस पत्रकार से विधायक नाराज हो गए और बदला लेने के लिए स्थानीय निकाय की एक टीम को कल पत्रकार परमेश के घर भेजा गया बिना कोई नोटिस दिए उनके घर पर सीधे बुलडोजर चढ़ा दिया गया। दलील यह दी गई कि घर निर्माण के दौरान उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है। पत्रकार का कहना है कि ये कार्रवाई बदले की भावना से की गई है। उन्होंने अपने घर के निर्माण के दौरान किसी भी तरह के नियम का उल्लंघन नहीं किया है।
बीजेपी ने अब इसे मुद्दा बना लिया है। बीजेपी ने सवाल उठाया है और आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री केसीआर अपने विधायकों के बचाना चाहते हैं इसीलिए अब तक उन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है बल्कि इसके खिलाफ आवाज उठाने वाले बीजेपी के नेताओं और पत्रकारों को निशाना बनाया जा रहा है। तेलंगाना हाईकोर्ट में भी लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर इन दोनों जनप्रतिनिधियों पर कार्यवाही की मांग करते हुए एक जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका को सुनवाई के लिए मंजूर करते हुए तेलंगाना हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने दोनों विधायकों से जवाब मांगा है।