हैदराबाद: कोरोना वायरस महामारी के बीच तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ईटेला राजेन्द्र से उनका मंत्रालय वापस ले लिया गया है। दरअसल, एक दिन पहले ही उनपर गैरकानूनी तरीके से जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगा था, जिसके बाद से विपक्षी पार्टियां उनपर जमकर हमला करने लगीं। इसी बीच शनिवार को ईटेला राजेन्द्र से स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी वापस ले ली गई। अब स्वास्थ्य मंत्रालय को मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव खुद संभालेंगे।
तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई राजेंद्र पर लगे जमीन कब्जा करने के आरोपों की जांच के आदेश देने के एक दिन बाद शनिवार को मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने उनसे उनका विभाग वापस लिया है। आधिकारिक बयान में सूचित किया गया, ‘‘तेलंगाना के मुख्यमंत्री की सलाह पर माननीय राज्यपाल ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का कार्यभार तत्काल प्रभाव से ई राजेंद्र से लेकर मुख्यमंत्री को देने की मंजूरी दे दी है।’’
अब राजेंद्र बिना विभाग के के. चंद्रशेखर राव के मंत्रिमंडल में मंत्री होंगे। उल्लेखनीय है कि राव ने मुख्य सचिव सोमेश कुमार को शुक्रवार को निर्देश दिया था कि वह हैदराबाद से 55 किलोमीटर दूर अचमपेट में राजेंद्र द्वारा जमीन कब्जा करने के आरोपों की जांच करें।
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया करते हुए राजेंद्र ने मीडिया से कहा कि लगता है कि यह सोची समझी योजना के तहत किया गया और अपने समर्थकों के साथ चर्चा के बाद वह भविष्य के कदम की घोषणा करेंगे।
राजेंद्र ने कहा, ‘‘मुझे जानकारी मिली की मेरे विभाग को मुख्यमंत्री ने वापस ले लिया है। मुख्यमंत्री को इसका अधिकार है। सभी विषयों पर उनका नियंत्रण है। ऐसा लगता है कि यह सोची समझी रणनीति के तहत किया गया। सभी सूचनाएं प्राप्त करने के बाद प्रतिक्रिया करूंगा। मैं कोविड-19 महामारी को लेकर व्यस्त था।’’
भूमि कब्जा करने की जांच कर रही टीम में शामिल वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया अचमपेट में उस जमीन पर अतिक्रमण हुआ है। बहरहाल, उन्होंने इसकी विस्तृत जानकारी नहीं दी।