भागलपुर: बिहार में अरिजित सारस्वत की गिरफ्तारी का मुद्दा गर्माता जा रहा है। विपक्ष के हंगामे के बीच खुद केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने इस बारे में विवादस्पद बयान दिया है। बेटे की गिरफ्तारी के सवाल पर अश्वनी चौबे भड़क गए और उन्होंने एफआईआर को ही रद्दी का टुकड़ा बता दिया साथ ही कहा कि उनके बेटे ने कोई गलीत नहीं की है। इसस पहले पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने नीतीश सरकार को ढोंगी और पाखंडी बता दिया। ट्विटर पर ट्वीट करते हुए तेजस्वी ने लिखा कि भागलपुर में दंगों के लेकर जिस अरिजित शाश्वत पर अरेस्ट वारंट जारी किया हुआ है वो सीएम आवास के बगल तलवार लिए फेसबुक लाइव कर रहा है। इसके अलावा और भी कई तरह के आरोप तेजस्वी ने ट्विटर पर लगाए हैं। गौरतलब है कि एक स्थानीय अदालत ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बेटे अरिजित शाश्वत एवं आठ अन्य के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया है। अरिजित पर पिछले हफ्ते भागलपुर जिले में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप है।
अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट( एसीजेएम) अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने नाथनगर पुलिस की ओर से दायर अर्जी पर कल वॉरंट जारी किया। पुलिस ने इस सिलसिले में दर्ज दो प्राथमिकियों में से एक में नामित नौ लोगों की गिरफ्तारी की मांग की थी। अतिरिक्त लोक अभियोजक( एपीपी) वीरेश मिश्रा ने बताया, ‘‘ अभय कुमार घोष, सोनू, प्रमोद वर्मा पम्मी, देव कुमार पांडेय, संजय भट्ट, सुरेंद्र पाठक, अमित लाल साह और प्रणव साह उर्फ प्रणव दास के खिलाफ भी वॉरंट जारी किया गया।’’
भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक( एसएसपी) मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस को अदालत के आदेश की प्रति मिली है और सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। बीते 17 मार्च को भागलपुर में प्रशासन की इजाजत के बगैर झांकी निकालने के मामले में दर्ज प्राथमिकी में अरिजित को नामजद किया गया है।अरिजित के पिता अश्विनी कुमार चौबे भाजपा के नेता और केंद्र में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री हैं।
हिंदू नव वर्ष की पूर्वसंध्या पर भारतीय नव वर्ष जागरण समिति की ओर से झांकी निकाली गई थी। इससे जिले के नाथनगर पुलिस थाना क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव कायम हो गया था। इस घटना में दो पुलिसकर्मी सहित कुछ अन्य लोग जख्मी हो गए थे। भागलपुर की घटना पर विरोध जताते हुए विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस ने पिछले हफ्ते बिहार विधानसभा की कार्यवाही ठप कर दी थी। दोनों पार्टियों ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की थी।