पटना. बिहार चुनाव परिणाम के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव को राजद और महागठबंधन का नेता चुना गया। इसके बाद एक प्रेस वार्ता में उन्होंने नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में अगर नैतिकता है तो कुर्सी छोड़ दें। बिहार का फैसला हमारे पक्ष में है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कुर्सी पर बैठे है, हम लोगों की लोगों के दिलों में बैठे हैं। तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी आरजेडी को सबसे बड़ी पार्टी बनने से नहीं रोक पाई। तेजस्वी यादव ने इस दौरान चुनाव की मतगणना प्रक्रिया पर भी कुछ सवाल उठाए।
तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव का जो फैसला आया है वह एक तरह से महागठबंधन के पक्ष में रहा है लेकिन नतीजा उनके (NDA) के पक्ष में गया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि 2015 में भी भारतीय जनता पार्टी ने चोर दरवाजे से नीतीश कुमार के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। उन्होंने कहा कि एनडीए ने धन, बल और छल के दम पर चुनाव जीता है। उन्होंने कहा कि एक तरफ देश के प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री एक तरफ रहे, लेकिन कई जोड़-भाग के बावजूद इस 31 साल के नौजवान को रोकने में नाकाम रहे।
राजद नेता ने कहा कि भाजपा को प्रकोष्ठ ने जोड़-भाग गुणा सबकुछ किया लेकिन फिर भी राष्ट्रीय जनता दल को सबसे बड़ा दल होने से रोक नहीं पाए। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार जी तीसरे नंबर पर खिसक गए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार ने बदलाव का जना देश दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर नीतीश कुमार में थोड़ी भी नैतिकता बची होगी तो उन्हें जनता के फैसले का सम्मान करते हुए कुर्सी से हट जाना चाहिए।
तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने कहा कि कुछ लोग भले ही कुर्सी पर बैठे हों, लेकिन महागठबंधन और हम लोग जनता के दिलों पर बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता हम लोगों के साथ है। तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार में धन्यवाद यात्रा निकालेगी और उन्होंने कहा कि पार्टी का मानना है कि चुनाव हारे नहीं जीते हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर 19 लाख रोजगार, समान काम समान वेतन, स्वंय सहायता समूह को मानदेय और शिक्षा व्यवस्था नहीं सुधरी तो जनवरी के बाद उनकी पार्टी बड़ा आंदोलन करेगी।