नई दिल्ली: भारत में रह रहीं बांग्लादेश की विवादास्पद लेखिका तस्लीमा नसरीन ने एक विवादित ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि मैं फास्ट क्यों रखूं? मैं बेवकूफ नहीं हूं। गौरतलब है कि इन दिनों रमज़ान चल रहे हैं और मुसलमान रमज़ान के महीने में 30 दिन तक रोज रोज़ा रखते हैं। आपको बता दें कि तस्लीमा का विवादों से पुराना नाता रहा है। 51 साल की लेखिका तस्लीमा नारीवादी विषयों पर अपने प्रगतिशील विचार सामने रखने के लिए चर्चित रही हैं। उनका उपन्यास लज्जा भी काफी चर्चा में रहा और इसकी आलोचना भी हुई। बांग्लादेश में उनपर फतवा तक जारी किया जा चुका है।
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बांग्लादेश की लेखिका तस्लीमा नसरीन ने नमाज पढ़ने को लेकर विवादित बयान दिया है। तस्लीमा ने कहा है किमुस्लिमों को 5 बार की जगह एक वक्त ही नमाज पढ़नी चाहिए। यही नहीं उन्होंने कहा है कि सार्वजनिक जगहों पर नमाज पढ़ने की आजादी नहीं होनी चाहिए। तस्लीमा ने नमाज पर ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि ''स्कूल, कॉलेज, एयरपोर्ट और मार्केट सभी पब्लिक प्लेस पर प्रेयर रूम बंद होने चाहिए। आपको नमाज पढऩी है तो घर पर पढ़ें।''अगली स्लाइड में पढ़ें तस्लीमा का पुराना विवादित बयान